उज्जैन। सावन माह शुरू होने के बाद से लेकर आज दिनांक तक महाकालेश्वर मंदिर में दर्शनार्थियों की संख्या कम होने का नाम नहीं ले रही। प्रतिदिन देश भर से हजारों लोग दर्शनों के लिये उज्जैन आ रहे हैं। ऐसे में प्रशासन को दर्शनों की व्यवस्था बार बार बदलना पड़ रही है।सोमवार को महाकालेश्वर भगवान की सवारी होने के कारण दोपहर में आमजनों की दर्शन व्यवस्था बंद कर दी जाती है। इस दिन सशुल्क व सामान्य दर्शनार्थियों को चारधाम मंदिर के सामने से बेरिकेड्स के रास्ते प्रवेश दिया जाता है, लेकिन यह व्यवस्था सामान्य दिनों में फिर बदल दी जाती है।
मंगलवार सुबह से 250 सशुल्क दर्शनार्थियों को बड़ा गणेश मंदिर के सामने से गेट नंबर 4 से विश्राम हॉल होते हुए प्रवेश दिया जा रहा है जबकि सामान्य दर्शनार्थियों को चारधाम मंदिर के सामने से बेरिकेड्स के रास्ते प्रवेश दिया जा रहा है। गेट नंबर 4 से ही प्रोटोकॉल और वीआईपी का प्रवेश भी रखा गया है, जबकि वीवीआईपी, पंडे, पुजारी, मंदिर कर्मचारियों को धर्मशाला वाले मार्ग से प्रवेश दिया जा रहा है। खास बात यह कि प्रशासन द्वारा आंकलन किया गया था कि सावन माह के आखिरी सोमवार की सवारी के बाद भीड़ का दबाव कम होगा लेकिन मंगलवार सुबह तक मंदिर और आसपास के क्षेत्र में हजारों की संख्या में दर्शनार्थी मौजूद थे, यही स्थिति रामघाट क्षेत्र की भी रही।
ऑनलाइन पूजन व जाप
पवित्र सावन माह में भगवान शिव की पूजा का विशेष महत्व होता है। देश विदेश में रहने वाले जो लोग भगवान महाकालेश्वर के दर्शनों को उज्जैन नहीं पहुंच पाते उन्हें पंडों द्वारा ऑनलाइन पूजन व जाप की सुविधा भी उपलब्ध कराई जा रही है। मंदिर परिसर में ही पंडे पुजारियों द्वारा यजमान से संकल्प कराने के बाद ऑनलाइन जाप व पूजन विधि सम्पन्न कराई गई।