खींचतान और सहमति-असहमति के बीच रवि राय बने नेता प्रतिपक्ष

उज्जैन। नगर निगम परिषद् गठन के 20 दिन बाद कांग्रेस ने भारी मशक्कत के बीच निगम परिषद् में नेता प्रतिपक्ष, उपनेता और सचेतक की नियुक्ति कर दी गई है। खींचतान और सहमति-असहमति के बीच वरिष्टता के क्रम में रवि राय को नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी दी गई है।
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नगर निगम में कांग्रेस के १७ पार्षद चुनकर आए है और इसमें से अधिकांश पहली बार सदन में पहुंचे है। तीन वरिष्ठ पार्षदों के बीच नेता प्रतिपक्ष बनने को लेकर होड़ मची हुई थी। इस बीच प्रदेश कांग्रेस संगठन ने पिछले दिनों संगठन प्रभारी की नियुक्ति कर शोभा ओझा को रायशुमारी के लिए उज्जैन भेजा था।
श्रीमति ओझा ने सभी पार्षदों और कांग्रेस के नेताओं से चर्चा करने के बाद अपनी अनुशंसा से प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष को अवगत करा दिया। इसके बाद कांग्रेस के उपाध्यक्ष संगठन प्रभारी चन्द्र प्रभाष शेखर द्वारा प्रदेश अध्यक्ष के निर्देश अनुसार रवि राय नेता प्रतिपक्ष, राजेन्द्र कुवाल उपनेता और नाजिया कुरेशी को सचेतक नियुक्त करने का पत्र जारी किया है। बता दें कि नेता प्रतिपक्ष के लिए तीन बार की पार्षद राजेश माया त्रिवेदी भी प्रयासरत थी, लेकिन पार्टी ने पांच बार के पार्षद रहे रवि राय को मौका दिया।









