करियर बनाने के लिए करे ये कोर्स , मिलेंगे बेहतरीन फायदें

By AV NEWS

हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री ने देश के सर्विस सेक्टर को काफी रफ्तार दी है। महामारी के बाद इसमें फिर से तेजी आई है और माना जा रहा है कि आने वाले कुछ सालों में बड़े पैमाने पर मौके बनेंगे। महामारी का कहर कम होते ही आयोजन और पर्यटन से संबंधित गतिविधियां बढऩे लगी हैं।

अनुमान है कि 2027 तक भारत में तीन करोड़ से भी ज्यादा अंतरराष्ट्रीय पर्यटक पहुंचेंगे। विशेषज्ञ आने वाले दिनों में इस इंडस्ट्री को सबसे अधिक रोजगार देने वाले क्षेत्र के रूप में देख रहे हैं। देश को ग्लोबल टूरिज्म का हब बनाने की कोशिशों के बीच होटल और रेस्टोरेंट के क्षेत्र में करियर की संभावनाएं लगातार बढ़ रही हैं। जो छात्र बारहवीं के बाद ही प्रोफेशनल्स कोर्स करना चाहते हैं तो उनके लिए यह सेक्टर एक अच्छा विकल्प हो सकता है।

प्रमुख प्रशिक्षण संस्थान

  • इंस्टीयूट ऑफ होटल मैनेजमेंट एंड कैटरिंग टेक्नोलॉजी
  • इंस्टीट्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट, केटरिंग टेक्नोलॉजी ऐंड एप्लाइड न्यूट्रिशन, लखनऊ
  • गुरु गोविंद सिंह इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी, दिल्ली
  • दिल्ली इंस्टीटूट ऑफ होटल मैनेजमेंट एंड केटरिंग टेक्नोलॉजी
  • एमिटी स्कूल ऑफ हॉस्पिटैलिटी, नोएडा
  • हेरिटेज इंस्टीटूट ऑफ होटल एंड टूरिज्म, आगरा
  • ओबेरॉय सेंटर फॉर लर्निंग ऐंड डेवलपमेंट,
  • इंस्टीट्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट औरंगाबाद

कब ले सकेंगे दाखिला
बारहवीं के बाद हॉस्पिटैलिटी केबैचलर कोर्स में दाखिला ले सकते हैं। ग्रेजुएट छात्र पीजी कोर्स में सीधे प्रवेश ले सकते हैं। डिप्लोमा एवं सर्टिफिकेट कोर्स में प्रवेश स्न्नातक के बाद ही मिलता है। डिप्लोमा या डिग्री कोर्स में दाखिले का आधार प्रवेश परीक्षा है। डिप्लोमा एवं सर्टिफिकेट कोर्स में मेरिट अथवा रजिस्ट्रेशन के आधार पर भी प्रवेश दिया जाता है। यहां दसवीं उत्तीर्ण के लिए भी डिप्लोमा व सर्टिफिकेट कोर्स हैं।

रोजगार के क्षेत्र
हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री में उच्च पदों के लिए बैचलर्स डिग्री की जरूरत होती है। डिप्लोमा व सर्टिफिकेटकोर्स के आधार पर कई एंट्री लेवल जॉब्स मिलती हैं। एविएशन और ट्रैवेल इंडस्ट्री, कुलनरी एंट्रेप्रिन्योरशिप के तहत खानपान व फूड सेक्टर का क्षेत्र,होटल और लॉजिंग इंडस्ट्री में प्रबंधन, खानपान, हाउस कीपिंग, फ्रंट ऑफिस आदि में, मीडिया व कंप्यूटर एप्लीकेशंस में वर्चुअल टूर व प्रचार संबंधी काम , मल्टीप्लेक्स, लाइंस, रियल एस्टेट, कस्टमर केयर विभाग, हेल्थकेयर व एफएमसीजी इंडस्ट्री में काम के मौके मिलते हैं।

इस रूप में मिलेंगे पद
उच्च पदों में एसोसिएट डायरेक्टर (सेल्स), सीनियर केबिन,फूड एंड बेवरेज डायरेक्टर, जनरल मैनेजर, एचआर मैनेजर, सेफ्टी मैनेजर, मार्केटिंग डायरेक्टर, क्लस्टर जनरल मैनेजर जैसे पद शामिल हैं। वहीं फूड ऑपरेशंस में एग्जीक्यूटिव शेफ, बिवरेज मैनेजर जैसे पद मिलेंगे।

एंट्री लेवल पर फ्रंट डेस्क क्लर्क, कॉनसिअर्ज, गेस्ट रिलेशन मैनेजर्स जैसे पद होते हैं।
एक्सपर्ट की राय इसमें ट्रैवेल, कुलिनरी आर्ट और होटल मैनेजमेंट को शामिल करते हैं। यहां आपको उच्च पदों के लिए भी मौके हैं, तो एंट्री लेवल जॉब्स के लिए दसवीं-बारहवीं के बादवोकेशनल कोर्सेस भी उपलब्ध हैं। चूंकि इस इंडस्ट्री में आपको ग्लोबल मौके मिलते हैं, इसलिए अंग्रेजी पर अच्छी पकड़ होना जरूरी है। जहां फ्रंट डेस्क जॉब्स में अच्छी संवाद क्षमता जरूरी है, वहीं ग्राहकों को संतुष्ट रख पाना बड़ी चुनौती है। एक साथ कई कामों का संचालन करना भी आसान नहीं होता। विविध संस्कृतियों से आए लोगों की जरूरतों को समझते हुए सेवाएं उपलब्ध करना भी एक चुनौती है।

कुछ प्रमुख कोर्स

  • एमबीए इन टूरिज्म ऐंड हॉस्पिटैलिटी (कैट, जैट या मैट के माध्यम से दाखिला मिलता है)
  • बीएससी इन हॉस्पिटैलिटी एंड टूरिज्म स्टडीज
  • एमएससी इन टूरिज्म
  • एमबीए इन होटल मैनेजमेंट एंड टूरिज्म
  • सर्टिफिकेट कोर्स इन फूड एंड बिवरेज सर्विसेज
  • सर्टिफिकेट इन हॉस्पिटैलिटी एंड एयर ट्रैवेल मैनेजमेंट

मिलने वाली सैलरी

मल्टीनेशनल ब्रांड निचले पदों पर भी बहुत अच्छा वेतन देते हैं। सामान्यत शुरुआती दौर में अमूमन 30-35 हजार रुपये हर महीने मिल जाते हैं। तीन-चार साल के अनुभव के बाद यह राशि बढ़कर 50-55 हजार रुपये प्रति माह तक पहुंच जाती है।वहीं एमबीए डिग्री धारकों के लिए तो यह बेहतरीन क्षेत्र है।

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