उज्जैन : शिप्रा नदी का पानी काला और बदबूदार

मृत मछलियों के बीच स्नान
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बारिश के बाद किसी भी पर्व स्नान पर नहीं छोड़ा नर्मदा का जल
शिप्रा नदी का पानी काला और दूषित हो गया है। इससे दुर्गंध आ रही है। ऑक्सीजन की कमी से मछलियां मर रही है। ऐसे ही दुर्गंधित पानी में आज पौष मास की अमावस्या पर श्रद्धालु स्नान कर रहे थे। घाटों पर काई जमी और लोग फिसल रहे हैं। कई दिनों से यहां पर सफाई भी नहीं हुई हैं। जिम्मेदारों ने भी लंबे समय से इस ओर रुख नहीं किया है। शिप्रा नदी की दुर्दशा को लेकर बड़ी-बड़ी बातें कही जाती है और लंबी-चौड़ी योजनाएं बनाई जाती है लेकिन धरातल पर कुछ और ही दिखाई देता है। शिप्रा में खान नदी का पानी लंबे समय से मिल रहा है।
वहीं कई जगह पर नाले भी नदी में शामिल हो रहे हैं। इसे लेकर करोड़ों रुपये की योजनाएं बनाई गई लेकिन आज तक शिप्रा के पानी को साफ नहीं किया जा सका। इस बीच विभिन्न स्नान पर्व के दौरान नर्मदा का जल शिप्रा में छोड़ा जाता है। लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ। यहीं कारण है कि शिप्रा का पानी दूषित होकर काला, बदबूदार हो गया है। जगह पर तेल जैसा काला पदार्थ भी दिखाई दे रहा है। पानी आचमन तो ठीक स्नान के योग्य भी नहीं हैं। शुक्रवार को पवित्र पौष मास के स्नान के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु रामघाट सहित अन्य घाटों पर पहुंचे थे। जहां पर श्रद्धालु स्नान कर रहे थे वहीं पर मरी मछलियां भी थी।
घाटों पर जमी है काई, फिसलन बढ़ी
काॢतक मास और बारिश के बाद घाटों की सफाई की गई थी। लेकिन इसके बाद नगर निगम इसकी सुध नहीं ली। इन दिनों रामघाट, दत्त अखाड़ा सहित विभिन्न घाटों पर काई जम गई और फिसलन बढ़ गई है। यहां आने वाले लोग फिसलकर चोंटिल हो रहे हैं। वहीं कभी भी गंभीर हादसा हो सकता है।









