महाकाल मंदिर में मुंबई के श्रद्धालुओं से गार्ड्स ने की मारपीट

केएसएस कंपनी के अनट्रेंड कर्मचारियों ने युवकों को जमीन पर पटककर पीटा

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उज्जैन।सुबह मुंबई से महाकालेश्वर के दर्शन करने आये 23 श्रद्धालुओं के ग्रुप में शामिल युवकों के साथ केएसएस कंपनी के अनट्रेंड कर्मचारियों ने पटककर मारपीट की और उन पर बेरिकेड्स भी पटक दिया। घायल युवक महाकाल थाने पहुंचे जहां पर सुरक्षा कंपनी के इंचार्ज और सुपरवाइजर को पुलिस ने बुलाकर मारपीट करने वाले कर्मचारियों की शिनाख्त के बाद थाने में बैठा लिया।

यह था मामला…

संजय मिश्रा और नीतिन पाठक निवासी मुंबई ने बताया कि सुबह ट्रेन से 23 लोगों के ग्रुप के साथ महाकालेश्वर के दर्शन करने उज्जैन आये थे। सामान्य दर्शनार्थियों की लाइन में लगकर सभी लोग पालकी हॉल तक पहुंचे। जहां पर सुरक्षाकर्मियों ने अचानक एक लाइन बंद कर दी और दूसरी लाइन से आने को कहा। हम लोग वहीं रुक गये और लाइन खुलने का इंतजार करने लगे तो वहां खड़े सुरक्षाकर्मियों ने हटने को कहा लेकिन दूसरे लोगों को जाने दे रहे थे। हमने विरोध किया तो उन्होंने गाली गलौज करते हुए मारपीट शुरू कर दी। नीतिन को बचाने संजय मिश्रा आया तब तक दूसरे सुरक्षाकर्मी करीब 10 की संख्या में एकत्रित हो गये और संजय को घसीटकर दूसरी तरफ ले गये जहां जमीन पर पटककर मारपीट की गई। कपड़े फट गये और चश्मा भी टूट गया।

अफसरों के निर्देशों का कोई असर नहीं…

कलेक्टर व एसपी भी कर्मचारियों को निर्देश देते हैं कि महाकालेश्वर मंदिर में देश विदेश से श्रद्धालु दर्शनों को आते हैं। उनके साथ विनम्र व्यवहार करना और सहायता करना कर्मचारियों की जिम्मेदारी है, लेकिन केएसएस कंपनी द्वारा ऐसे अनट्रेंड कर्मचारियों को महत्वपूर्ण ड्यूटी में लगाया है जिनके कारण मंदिर और शहर की छवि धूमिल हो रही है। इस संबंध में इंचार्ज जितेन्द्र चावरे ने कहा कि ऐसे कर्मचारियों पर कार्रवाई करेंगे।

मेरे ऊपर बेरिकेड पटक दिया…

मुंबई स्थित महालक्ष्मी मंदिर के गुरू हेमंत शिंदे ने बताया कि जब सुरक्षाकर्मी संजय और नीतिन के साथ मारपीट कर रहे थे तो भगदड़ की स्थिति बन गई। मैं लड़ाई नहीं करने की गुहार लगा रहा था लेकिन मारपीट कर रहे सुरक्षाकर्मी किसी की सुनने को तैयार नहीं थे। बीच बचाव करने गया तो उन्होंने मुझे बेरिकेड से घसीटकर पटका और मेरे ऊपरबेरिकेड ही पटक दिया जिससे हाथों में गंभीर चोंटे आईं।

इसलिये जाना चाहते थे पहली कतार में

मुंबई के ग्रुप के साथ आये रोहित विनायक ने बताया कि हम हर माह मुंबई से महाकालेश्वर के दर्शनों को आते हैं और अपने साथ सुपारी का फूल लाकर भगवान को अर्पित करते हैं। गंर्भगृह में जाने के लिये 1500 रुपये लगते हैं इस कारण नंदीहॉल की तरफ बैठे पुजारी तक पहली पंक्ति से लाकर उन्हें फूल देते हैं और पुजारी भगवान महाकाल को वह फूल अर्पित कर देते हैं। इसी कारण आज भी फूल लेकर आये थे और पहली पंक्ति से भगवान के दर्शन कर फूल अर्पित करना चाहते थे, लेकिन सुरक्षाकर्मियों ने रोककर मारपीट की और धमकी दी कि दम हो तो इस लाइन से जाकर दिखा देना।

दूसरे लोगों को रुपये लेकर छोड़ रहे थे

हेमंत शिंदे और रोहित विनायक ने बताया कि हम लाइन खुलने का इंतजार कर रहे थे तभी देखा कि सुरक्षाकर्मी दूसरे लोगों से रुपये लेकर उन्हें उसी लाइन से आगे जाने दे रहे थे। हमने विरोध किया तो उन्होंने गाली गलौज कर अभद्रता भी की।

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