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शराबी पुलिसकर्मियों ने ठेकेदार को पीटकर किया घायल

डायल 100 को फोन लगाया तो गश्त पार्टी पहुंची और थाने में बंद किया

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अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन सिविल ड्रेस और प्रायवेट कार में खेड़ा खजूरिया से गुजर रहे पुलिसकर्मियों ने शराब के नशे में धुत्त होकर गरोठ-उज्जैन हाईवे पर मिट्टी डालने का काम करने वाले ठेकेदार के साथ मारपीट की। ठेकेदार ने डायल 100 पर फोन लगाया तो गश्त पार्टी पहुंची और सभी को राघवी थाने लाये। यहां मारपीट के बाद ठेकेदार को छोड़ दिया, लेकिन सुबह उन्हें वापस थाने बुलाकर धारा 151 के तहत कार्रवाई की। ठेकेदार ने इसकी शिकायत एसपी से की है।

रामस्वरूप पिता भंवरलाल 48 वर्ष निवासी जयपुर राजस्थान पिछले कुछ समय से खेड़ा खजूरिया में किराये का मकान लेकर रह रहा है और गरोठ-उज्जैन हाइवे पर मिट्टी डालने का ठेका लिया है। रामस्वरूप ने बताया कि तीन दिन पूर्व रात के समय घर के बाहर अपनी कार सड़क किनारे खड़ी की थी जिसके इंडिकेटर चालू थे। इसी दौरान कार क्रमांक एमपी 13 जेड 7652 यहां आकर रुकी और उसमें से तीन लोग नीचे उतरे। उन्होंने स्वयं को राघवी थाने के पुलिसकर्मी बताया और धमकाने लगे। रामस्वरूप ने अपना परिचय दिया तो मारपीट की।

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स्वयं को बचाते हुए रामस्वरूप ने डायल 100 पर फोन लगाया। कुछ देर बाद पुलिस की गश्त पार्टी पहुंची जिसमें एक कांस्टेबल था। कांस्टेबल ने शराब के नशे में धुत्त गांव के चौकीदार के बेटे गोविंद पिता सरदार सिंह, एएसआई राधेलाल निनामा, एएसआई सेवाराम को समझाया और मामला शांत कराने का प्रयास किया लेकिन सिविल ड्रेस में मौजूद उक्त पुलिसकर्मी नहीं माने तो सभी को थाने लेकर आया।

थाने से रात को ही मारपीट कर छोड़ा, सुबह फिर ले गये

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रामस्वरूप ने बताया कि रात में राघवी थाने में ले जाने के बाद उक्त पुलिसकर्मियों ने फिर से मारपीट की और कुछ देर बाद थाने के बाहर ले जाकर छोड़ दिया। वह घर लौटा तो सुबह फिर पुलिसकर्मी आ गये और पकड़कर थाने ले गये जहां धारा 151 में कायमी करने के बाद महिदपुर कोर्ट में पेश किया जहां से जमानत कराई और अस्पताल पहुंचकर मेडिकल कराया। रामस्वरूप की नाक व सिर में गंभीर चोंट आई है जिसकी शिकायत उसने पुलिस अधीक्षक
से की।

टीआई बोले- पूछताछ करने पर धमकी दे रहा था ठेकेदार

राघवी थाना प्रभारी धनसिंह नरवरिया का कहना है कि जिन पुलिसकर्मियों के नाम रामस्वरूप लेकर आरोप लगा रहा है वह झार्डा में आयोजित पथ संचलन की ड्यूटी के लिये थाने से रवाना हुए थे। रास्ते में राजस्थान पासिंग कार खड़ी देखकर उन्होंने रामस्वरूप से पूछताछ की तो वह कह रहा था कि तुम मुझे जानते नहीं हो, तुमको नौकरी करना सिखा दूंगा। विवाद बढ़ा तो गश्त पाइंट का वाहन पहुंचा था। थाने में भी रामस्वरूप में हंगामा किया। उस पर विधिवत कार्रवाई कर कोर्ट में पेश किया गया था।

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