मौसम के उतार-चढ़ाव का असर, लोग खांसी, सर्दी-जुकाम से परेशान
अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन मौसम के मिजाज में आ रहा उतार-चढ़ाव लोगों की सेहत पर भारी पड़ रहा है। इससे एलर्जी की शिकायतें बढ़ गई हैं। अस्पतालों में रोज बड़ी संख्या में एलर्जी के पेशेंट पहुंच रहे हैं। इन दिनों हवा में पराग और धूल कण की अधिकता से ब्रोन्काइटिस से संबंधित शिकायतें बढ़ी हैं। इन दिनों वसंत फूल भी खूब खिलते हैं इसलिए परागकण ज्यादा उड़ते हैं। इससे खांसी, सर्दी-जुकाम, आंखों में जलन, सांस की दिक्कत हो रही है।
इधर, शहर में इन दिनों एयर क्वालिटी मॉडरेट है। यानि हवा की शुद्धता न तो बहुत अच्छी स्थिति में है और न खराब स्तर पर है। हवा की गुणवत्ता की सबसे खराब स्थिति सुबह 10-11 बजे के आसपास होती है।
इन बीमारियों के मरीज सबसे ज्यादा खांसी
पहले अस्पतालों में खांसी के मरीज मुश्किल से पांच फीसदी पहुंच रहे थे। अब यह संख्या ज्यादा हैं। यह ब्रोन्काइटिस की वजह से हैं। आठ-दस दिन तक भी खांसी ठीक नहीं हो रही।
सर्दी-जुकाम
इनमें बच्चों के साथ ही हर उम्र के लोग शामिल हैं। वायरल इंफेक्शन की वजह से नाक बहना, सिरदर्द, बुखार जैसी शिकायतें इनमें शामिल हैं। ऐसे केस भी 10से 15फीसदी तक पहुंच गए हैं।
आंखों में जलन
ऐसे केस सात-आठ फीसदी तक बढ़े हैं। डॉक्टर्स के मुताबिक इन दिनों हवा चलने की वजह से धूल और पराग कणों से एलर्जी होती है। ऐसे में चश्मे का उपयोग करें।
यह हैं लक्षण
लगातार छींकें और नाक में खुजली। नाक बहना या नाक का बंद होना।
आंखें लाल होना, खुजली होना और पानी आना।
सांस भरना, सीने में जकडऩ महसूस होना।
त्वचा पर लाल चकत्ते, खुजली होना।
पेट दर्द।