खाद्य विभाग की टीम ने 14 सैंपल लिए, रिपोर्ट का इंतजार

अचानक चौराहे पर रोकी दूध की गाडिय़ां, मोबाइल लैब में जांच
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!
अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन:सीएम डॉ. मोहन यादव के निर्देश पर उज्जैन में मिलावटी दूध पर प्रशासन की नजर टेढ़ी हो गई है। गुरुवार सुबह खाद्य एवं औषधि विभाग के अधिकारियों ने आगर रोड स्थित इंदिरानगर चौराहे पर टीम के साथ डेरा डाला और दूध सप्लाई की जाने वाली गाडिय़ां रोककर जांच की। टीम ने 14 सैंपल लिए हैं, जिन्हें जांच के लिए लैब में भेजा गया है।

खाद्य सुरक्षा अधिकारी बसंत शर्मा और बीएस देवलिया के नेतृत्व में टीम ने सुबह करीब 8 बजे से इंदिरानगर चौराहे पर डेरा डाला और मिलावट की आशंका में दूध की टंकियों से सैंपल लिए। फूड सेफ्टी मोबाइल (चलित खाद्य प्रयोगशाला) को भी मौके पर बुलाया गया और खाद्य सुरक्षा अधिकारी शर्मा ने खुद टेस्ट किया कि दूध में डिटर्जेंट तो नहीं मिलाया गया। शर्मा ने बताया प्रारंभिक जांच में गांव से आए दूध में डाइटरजेंट नहीं मिला है, लेकिन 14 सैंपल लेकर जांच के लिए प्रयोगशाला भेजे गए हैं। जांच रिपोर्ट से पता चलेगा दूध मिलावटी है या नहीं।
गाड़ी में बैठकर कार्रवाई
खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने जिस गाड़ी में दूध लाया जा रहा था, उसी गाड़ी में बैठकर दूध विक्रेताओं से पूछताछ कर कार्रवाई की। खाद्य सुरक्षा अधिकारी बसंत शर्मा ने गाड़ी के बोनट पर बैठकर कागजी कार्रवाई की। गाड़ी पर ही बोतल में दूध भरकर सैंपल लिए गए।
डिटरजेंट डालकर बताया कैसे करें मिलावट की पहचान
खाद्य सुरक्षा अधिकारी शर्मा ने स्पॉट पर लोगों को यह भी बताया कि दूध में डिटर्जेंट मिलाने की पहचान कैसे की जाए। उन्होंने एक टेस्ट्यूब में दूध लेकर डिटर्जेंट डाला और बताया कि डिटररजेंट होने पर दूध में झाग बढ़ जाता है और वह जल्दी नहीं बैठता जबकि सामान्य झाग जल्दी बैठ जाता है।









