प्रस्तावित नए प्रोजेक्ट के कारण स्थान का चयन नहीं हो पा रहा
अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन मरीजों की सुविधा के लिये शासन के स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिला चिकित्सालय को एमआरआई मशीन उपलब्ध कराई गई थी। इसकी स्थापना के लिये पूर्व में स्थान का चयन भी हो गया था लेकिन बिल्डिंग जर्जर होने व नए प्रोजेक्ट में डिस्मेंटल होने के चलते अब तक मशीन की स्थापना नहीं हो पाई है।
पिछले वर्ष नवंबर माह में एमआरआई मशीन लगाने की प्रोसेस शुरू हुई थी जिसके अंतर्गत तकनिशियन की टीम द्वारा सेठी बिल्डिंग में उक्त मशीन स्थापित करने का निर्णय भी लिया था। लेकिन बाद में इसे आगे बढ़ा दिया गया। अस्पताल से मिली जानकारी के अनुसार शासन द्वारा एमआरआई मशीन जिला चिकित्सालय में ही स्थापित करने के लिये भेजी गई है इस कारण मशीन को चरक अथवा माधव नगर अस्पताल में नहीं लगाया जा सकता है, जबकि वर्तमान में जिला अस्पताल के पुराने भवनों की हालत ठीक नहीं है। सेठी बिल्डिंग, पुराना शिशु अस्पताल और वर्तमान अस्पताल के वार्ड सभी वर्षों पुराने होकर जर्जर हालत में है। अस्पताल प्रशासन द्वारा समय समय पर उक्त भवनों की मरम्मत सहित अन्य कार्य कराये जाकर मेंटेनेंस किया जा रहा है।
नई बिल्डिंग भी हो रही तैयार
जिला अस्पताल के पीछे नई बिल्डिंग के निर्माण का काम तेजी से चल रहा है। नींव डलने के साथ ही नए भवन की दीवारें भी बनने लगी हैं। ऐसी स्थिति में कुछ समय के अंतराल बाद करोड़ों रुपये कीमत की उक्त एमआरआई मशीन को नई बिल्डिंग में स्थापित किया जा सकता है।
हमने शासन को पत्र लिखा है
एमआरआई मशीन को जिला अस्पताल परिसर की किसी भी बिल्डिंग में लगवाना संभव नहीं है। तकनीशियन की टीम द्वारा स्थान चयन के दौरान ऐसा पाया गया है। वहीं शासन द्वारा जिला अस्पताल की पुरानी बिल्डिंग को डिस्मेंटल करने की योजना भी है ऐसे में एमआरआई मशीन स्थापित कराने के संबंध में विभाग को पत्र लिखकर मार्गदर्शन चाहा गया है।
डॉ. पी.एन. वर्मा
सिविल सर्जन