पार्षद ने नाले की सफाई की, Video हुआ वायरल

भगवान श्री कृष्ण जहां पढ़े उस क्षेत्र की नालियां जाम
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अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन:महापौर से लेकर पार्षद, सभी स्वच्छता का संदेश देने के लिए साफ सफाई तो करते रहते हैं, लेकिन शहर के एक पार्षद ने नाली साफ कर निगम की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगा दिया है। पार्षद का वीडियो निगम अधिकारियों और कर्मचारियों सहित भाजपा में चर्चा का विषय बना हुआ है। दूसरी ओर भगवान श्रीकृष्ण जहां पढ़े उस क्षेत्र के आश्रम के बाहर की नालियां जाम होने और प्रदूषित पानी को लेकर भी क्षेत्रीय पार्षद नाराज हैं।

वार्ड 39 के पार्षद जितेंद्र कुवाल का एक वीडियो चर्चा के घेरे में है। दरअसल, रविवार को पार्षद कुवाल ने खुद क्षेत्र की जाम नाली का कचरा साफ किया था। यह वीडियो नगर निगम पार्षदों के बीच चल रहा है। हालांकि पार्षद ने कहा है कि कर्मचारी के छुट्टी पर होने के कारण उन्होंने स्वयं नाली साफ की।
नगर निगम के अन्य पार्षदों के बीच चर्चा है कि पार्षद कुवाल ने बिना कुछ कहे ही निगम प्रशासन को मैसेज दे दिया है कि सफाई के हाल ये हो गए हैं कि उन्हें खुद नाली साफ करना पड़ रही। शहर की साफ सफाई को लेकर पार्षदों में निगम प्रशासन के प्रति तीखी नाराजी है। बार बार शिकायत के बाद भी कर्मचारी साफ सफाई नहीं कर रहे।
कर्मचारियों को वेतन नहीं, बढ़ी समस्या
निगम और पीएचई के जरूरी काम आउटसोर्स कर्मचारियों के माध्यम से कराए जा रहे हैं, लेकिन कई कर्मचारियों को वेतन नहीं मिल पाया। इस कारण वे काम करने में रुचि नहीं ले पा रहे। चुनाव से पहले इस तरह के हालात बनने से आने वाले दिनों में विकट स्थिति बनने के भी आसार बताए जा रहे।
कर्मचारी छुट्टी पर था तो मैंने सफाई की
रविवार को कर्मचारी छुट्टी पर था। इस कारण नाली जाम होने से क्षेत्रीय लोगों की समस्या देखकर मैंने स्वयं ही सफाई कर दी। इसमें कोई नाराजी की बात नहीं। सफाई की जिम्मेदारी हमारी है और कर्मचारी न हो तो हम भी साफ सफाई कर सकते हैं। -जितेंद्र कुवाल, पार्षद वार्ड 39
मंगलनाथ क्षेत्र की नालियां जाम, सड़क पर आया पानी
सोमवार को मंगलनाथ क्षेत्र की नालियां जाम होने से प्रदूषित पानी सड़कों पर आ गया। इसको लेकर पार्षद हेमंत गेहलोत ने नाराजी जताई और निगम अधिकारियों को भी शिकायत दर्ज कराई। इसी क्षेत्र में महर्षि सांदीपनी आश्रम भी है जहां भगवान श्रीकृष्ण ने विद्या अध्ययन किया था। अंकपात क्षेत्र के एक अन्य आश्रम के बाहर नाली जाम होने से साधु संत और क्षेत्रीय लोग नाराज हो रहे।








