मामला: नाबालिग के उज्जैन आकर खुदकुशी करने का
अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन/इंदौर मां की डांट से खफा होने के बाद घर छोड़कर उज्जैन में होटल की छत से खुदकुशी करने की कोशिश करने वाली लड़की के बार-बार बयान बदलने से इंदौर पुलिस हैरान है और किसी भी नतीजे पर नहीं पहुंची है। लड़की का अरबिंदो हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है।
इंदौर से मां की डांट से नाराज होकर बिना बताए घर से निकली 16 वर्षीय बालिका ने उज्जैन के गेस्ट हाउस से छलांग लगाकर जान देन की कोशिश की। गंभीर हालत में उसे इंदौर के अरबिंदो हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। घबराई बालिका तीन बार अलग-अलग बयान देकर पुलिस को गुमराह कर चुकी है। इंदौर के साथ उज्जैन पुलिस भी जांच कर रही है।
बालिका जिस गेस्ट हाउस से कूदी, उसमें उसके साथ पांच युवक भी थे। हालांकि बच्ची के साथ कुछ गलत नहीं हुआ है। संदेह के तौर पर पुलिस ने पांचों युवकों को हिरासत में लिया है। ये सभी यूपी से दर्शन के लिए उज्जैन आए थे। एमजी रोड टीआई विजय सिसौदिया ने बताया कि बालिका काछी मोहल्ला की रहने वाली है। 10 वीं में फेल होने के कारण वह डिप्रेशन में थी।
संभवत: मां ने उसे डांट दिया था, इसके बाद वह एक सहेली के साथ जान देने का बोलकर शनिवार शाम 6 बजे घर से बिना बताए चली गई। वह बस से उज्जैन पहुंची। सुबह 6 बजे खाराकुआं पुलिस ने मणिभद्र गेस्ट हाउस से उसके छलांग लगाने की सूचना दी। उसके हाथ में फ्रैक्चर हुआ है, सिर और पैर में भी चोट है। वह बस से कूदने की बात भी कह रही है। मेडिकल में बच्ची से कोई गलत हरकत की बात सामने नहीं आई है। उज्जैन के गेस्ट हाउस के रजिस्टर में छात्रा की कहीं एंट्री नहीं मिली। पुलिस ने रविवार को गेस्ट हाउस संचालक पर केस दर्ज किया।
10वीं की छात्रा है
इंदौर की नाबालिग कक्षा 10वीं की छात्रा है। शनिवार को उसकी सहेली और एक दोस्त घर पर आया था, जिस पर मां ने उसे डांटा था। नाराज होकर वह घर से बिना बताए निकल गई। उसका पता नहीं चला तो उसकी गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई। बता दें कि शनिवार को नाबालिग उज्जैन की बस में बैठ गई। इस दौरान बस में उसे पूजन-पाठ का कार्य करने वाले पांच लड़के मिले। जिन्होंने उसे रोता हुआ देख, उसकी मदद की। उन्होंने परिजन से बात कराई। परिजन ने कहा- हम सुबह आएंगे। इसके बाद वे नाबालिग को लेकर मणिभद्र गेस्ट हाउस चले गए। रविवार सुबह छात्रा ने गेस्ट हाउस की छत के शेड पर पास के मकान की छत पर छलांग लगा दी।