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फ्रीगंज ओवरब्रिज की योजना में बदलाव!

उज्जैन: रेलवे अधिकारियों के साथ पीडब्ल्यूडी ब्रिज ऑफिसर्स ने टटोली संभावना

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अब बिनोद मिल की तरफ से बनाने की कवायद…

 

92 करोड़ रु. की प्रशासकीय स्वीकृति दे चुकी है राज्य सरकार

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अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन:फ्रीगंज ओवरब्रिज की योजना में बदलाव की कवायद शुरू हो गई है। ब्रिज को अब दूसरी तरफ बंद बिनोद मिल की जमीन की तरफ बनाने की संभावनाएं टटोली जा रही हैं। इसके लिए फिजीबिलिटी चेक कराई जा रही है। फिजिबिलिटी रिपोर्ट के आधार पर एस्टीमेट नए सिरे से तैयार किया जाएगा। हालांकि ओवरब्रिज के लिए राज्य सरकार 92 करोड़ रुपए की प्रशासकीय स्वीकृति दे चुकी है, लेकिन कुछ अवरोधों के कारण योजना अभी फाइल से बाहर निकल नहीं सकी है।

सिंहस्थ 2028 को दृष्टिगत रखकर सरकार ने फ्रीगंज ओवरब्रिज के समानांतर नया ब्रिज बनाने के लिए विधानसभा चुनाव से पहले 92 करोड़ रुपए की योजना मंजूर की है। इसका टेंडर जारी करने की भी कवायद हुई, लेकिन बाद में भोपाल में योजना अधर में पड़ गई। पहले सरकार ने इंदिरा गांधी प्रतिमा चौराहे से महापौर बंगले के सामने से होकर चामुंडामाता मंदिर चौराहे तक ब्रिज बनाने की योजना को मंजूर किया था। अब भोपाल स्तर से नई योजना पर काम किया जा रहा है। इसके तहत ब्रिज को बिनोद मिल की तरफ बनाने की संभावना टटोली जा रही है।

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इस सिलसिले में पिछले हफ्ते रेलवे अधिकारियों के साथ लोक निर्माण विभाग ब्रिज सेतु संभाग के अधिकारियों के साथ प्रस्तावित योजना का निरीक्षण किया गया। अब विभाग पीएचई और एमपीईबी से एस्टीमेट ले रहा है। इसके आधार पर खर्च की लागत निकाली जाएगी। यह राशि कितनी होगी, इस पर भी ब्रिज की योजना निर्भर करेगी। नई साइट बंद बिनोद मिल की जमीन की तरफ है। बिनोद मिल की जमीन को शासकीय घोषित किया जा चुका है। इस कारण इस तरफ सरकार को मुआवजा ज्यादा नहीं देना पड़ेगा। इससे ब्रिज निर्माण की लागत कम होने की संभावना बताई जा रही है।

पांच साल पहले बिनोद मिल की जमीन हो चुकी सरकारी

फ्रीगंज ओवरब्रिज से लगी बिनोद मिल की 18.018 हेक्टेयर जमीन को सुप्रीम कोर्ट द्वारा सरकारी घोषित किया जा चुका है। कोर्ट ने 27 फरवरी 2019 को जमीन विवाद में सरकार के पक्ष में आदेश जारी किया था। तत्कालीन अपर कलेक्टर ऋषव गुप्ता के आदेश पर तत्कालीन तहसीलदार श्रीकांत शर्मा (अब स्वर्गीय), आरआई मनीष यादव और कस्बा पटवारी कमलेश शर्मा ने जमीन का कब्जा लिया था। इस कारण इस जमीन पर ब्रिज बनाने के लिए सरकार पर ज्यादा आर्थिक भार नहीं पड़ेगा।

एक साल बाद भी वहीं के वहीं हम…

सिंहस्थ 2028 के दृष्टिगत फ्रीगंज में नया समानांतर ब्रिज बनने की तैयारी सिंहस्थ 2016 से चल रही, लेकिन ब्रिज के लिए प्रशासकीय स्वीकृति के एक साल बाद भी हम वहीं के वहीं खड़े हैं। नई योजना को मंजूरी मिलने में अभी वक्त लग सकता है। सारा दारोमदार फिजिबिलिटी रिपोर्ट पर है।

अभी फिजिबिलिटी चेक कर रहे

यह सही है कि बिनोद मिल की तरफ ब्रिज बनाने के लिए फिजिबिलिटी चेक करा रहे हैं। एस्टीमेट बनने के बाद खर्च राशि का आंकड़ा सामने आ सकेगा।-कुलदीपसिंह, कार्यपालन यंत्री, पीडब्ल्यूडी ब्रिज

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