महाकाल सवारी पर रंगीन पन्नियां और धुंआ उड़ाने पर लगाई जा सकती है रोक

आचार संहिता का ब्रेक हटते ही महाकाल सवारी मार्ग चौड़ीकरण की निकलेगी फाइल!
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अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन:लोकसभा चुनाव की आचार संहिता का ब्रेक हटते ही महाकाल सवारी मार्ग चौड़ीकरण की शुरुआत हो सकती है। मार्ग पर भगवान शिव की भक्ति के प्रतीक चिह्नों से सजावट की जाएगी। इस बार महाकाल सवारी पर रंगीन पन्नियां और धुंआ उड़ाने पर प्रशासन प्रतिबंध लगा सकता है।

श्रावण मास की तैयारियों के लिए शनिवार को मंदिर प्रशासन द्वारा बुलाई गई बैठक में सुझाव आया है कि सवारी के दौरान कई श्रद्धालु रंगीन पत्तियां उड़ाते हैं और आतिशबाजी का धुंआ उड़ाते हैं। इससे दुर्घटना हो सकती है। मंदिर के पुजारी आशीष पुजारी ने कलेक्टर नीरज कुमार सिंह और एसपी प्रदीप शर्मा को सुझाव दिया है कि सवारी के दौरान पालकी पर हरी और रंग बिरंगी पत्तियां उड़ाई जाती हैं। साथ ही कुछ भक्त उत्साह में धुंआ भी उड़ाते हैं।
इस पर रोक लगाई जाना चाहिए। उन्होंने सुझाव दिया कि पालकी पर पुष्प वर्षा की जा सकती है या सीमित मात्रा में बिल्व पत्र से स्वागत किया जा सकता है। कलेक्टर सिंह ने सभी विभागों से सुझावों के आधार पर 5 जून तक प्रस्ताव मगाएं हैं। इसके आधार पर अगली बैठक में महत्वपूर्ण फैसले लिए जा सकते हैं।
होली के दिन महाकाल गर्भगृह में आगजनी की हुई घटना से सबक लेकर प्रशासन कोई जोखिम लेने को तैयार नहीं। शनिवार की बैठक में सुझाव लिए गए। दूसरी ओर नगर निगम प्रशासन महाकाल सवारी मार्ग के चौड़ीकरण की फाइल भी निकालेगा। समय की कमी के कारण श्रावण मास बाद चौड़ीकरण का काम किया जा सकता है। हालांकि सवारी मार्ग।को शिव भक्ति के प्रतीक चिह्नों से सजाने की शुरुआत की जा सकती है।
वीआईपी पूजन स्थल से रहेंगे दूर!
श्रावण मास की तैयारियों के लिए बुलाई गई पहली बैठक में आए सुझावों के आधार पर प्रशासन यह निर्णय लेने की भी कवायद कर रहा है कि रामघाट पर सवारी का प्रवेश होने से पहले सभी वीआईपी को दूर रखा जाए। केवल वीवीआईपी ही रहेंगे। अन्य वीआईपी के लिए राणोजी की छतरी के पास व्यवस्था की जाएगी।
महाकाल सवारी पूजन स्थल पर बनेगा द्वार…!
रामघाट पर महाकाल सवारी पूजन स्थल पर अलग से प्लेटफार्म बनाने के साथ ही द्वार भी बनाया जाएगा। महापौर मुकेश टटवाल के निर्देश पर नगर निगम ने रोड चौड़ीकरण के प्रोजेक्ट में महाकाल सवारी पूजन स्थल पर द्वार बनाने का प्रावधान किया है। यह कार्य इसी श्रावण मास से पहले करने की तैयारी की जा रही है। इस कार्य में किसी तरह की अड़चन न होने से इसे आसानी से किया जा सकता है।








