नरवर के झाला राज परिवार की संपत्ति की फर्जी वसीयत का आरोप
अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन:नरवर के झाला राज परिवार से जुड़ी संपत्ति की फर्जी वसीयत, जमीन की खरीद-फरोख्त को लेकर पुलिस ने जमीन धोखाधड़ी के आरोप में शराब ठेकेदार विवेक उर्फ घोटू जायसवाल, उसके सेल्समैन मनोज पारिख और नरवर राजघराने से जुड़े आठ लोगों पर पांच विभिन्न धाराओं में बुधवार को केस दर्ज किया। पुलिस ने धोखाधड़ी, कूटरचित दस्तावेज सहित विभिन्न धाराओं में एफआइआर की है। नरवर राजपरिवार के हिमावतसिंह झाला ने थाने में शिकायत की थी।
नरवर टीआइ मोहन सिंह जाट ने बताया कि हिमावतसिंह झाला ने शिकायत की थी कि उनकी पैतृक और राज परिवार की जमीन के फर्जी दस्तावेज तैयार करवा कर सम्पत्ति हड़पने की कोशिश की।
इसमें बुआ विभासिंह, उनके बेटे कुशाग्रसिंह, बेटी दिव्यप्रभा ने शराब ठेकेदार विवेक उर्फ घोटू जायसवाल, मनोज पारिख, नरवर निवासी आरिफ पटेल, अश्विन चौधरी और भगवान सिंह के साथ मिलकर फर्जी दस्तावेज से मुख्तयारनामा तैयार करवाया। जमीन घोटू जायसवाल के नाम पर बेची गई। इस जमीन के लिए छोटी बुआ शशिकुमारी से फर्जी वसीयत तैयार करवाई थी। दादी अनिला सिंह से मुख्तरनामा तैयार करवाया था जबकि दादी होश-हवास में नहीं थी।
शराब तस्करी में धार पुलिस की सर्चिंग
धार जिले के सरदारपुर और अन्य थाना पुलिस ने मंगलवार रात करीब 11 बजे घोटू जायसवाल के नई सड़क स्थित समृद्धि ट्रेडर्स के कार्यालय संतोष कुटी पर दबिश दी। यहां करीब 20 मिनट पुलिस रुकी और कर्मचारियों से पूछताछ के बाद महानंदानगर स्थित बंगले पर पहुंची। बंगले के बरामदे में तैनात कर्मचारियों से बाहर का दरवाजा खुलवाया। पुलिसकर्मियों ने कर्मचारी से एक कागज पर हस्ताक्षर करवाए और फिर लौट गए। इस बीच पुलिस शहर में करीब तीन घंटे रही।
महारानी का निधन हुआ उसी दिन रजिस्ट्री करवा दी
टीआइ मोहनसिंह जाट ने बताया कि जांच में पता चला कि जिस दिन महारानी अनिला सिंह का इंदौर के ग्रेटर कैलाश हॉस्पिटल में निधन हुआ, उसी दिन नरवर और इंदौर रोड की कुछ जमीनों की रजिस्ट्री हुई। यह चौंकाने वाला तथ्य था। फर्जी मुख्तयार आम और वसीयत नामा तैयार करवाने के लिए सभी आरोपियों ने आपस में सहयोग किया और षड्यंत्रपूर्वक रजिस्ट्री करवाई थी। ऐसे में आरोपियों के खिलाफ 420, 467, 471, 464 बी और 120 बी के तहत केस दर्ज किया है।