उदयपुर की कंपनी बनाएगी उज्जैन-इंदौर सिक्स लेन

सरकार जल्द करेगी भूमिपूजन, फिर दौड़ेगा चौड़ीकरण का काम
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प्रतिशत बिलो रेट का टेंडर खुला, एग्रीमेंट के बाद होगा वर्क ऑर्डर

45.47 किलोमीटर लंबे इस मार्ग की लागत 1,692 करोड़
अक्षरविश्व न्यूज . उज्जैन:उज्जैन से इंदौर तक फोरलेन को सिक्स लेन बनाने का काम अब जल्द शुरू होने की संभावना है। इसका टेंडर खुल गया है और उदयपुर की कंपनी ने बिलो रेट का टेंडर भरा है। जल्द ही कम्पनी के साथ मध्यप्रदेश सड़क विकास निगम (एमपीआरडीसी) द्वारा जल्द एग्रीमेंट कर काम शुरू किया जाएगा। सरकार पहले इसका भूमिपूजन करेगी। इसके बाद काम शुरू हो सकेगा।
इंदौर से उज्जैन तक करीब 46 किमी फोरलेन रोड को सिक्स लेन करने की योजना ने अब एक कदम और आगे बढ़ा दिया है। एमपीआरडीसी भोपाल मुख्यालय के सूत्रों के अनुसार उदयपुर की कंपनी रवि इंफ्राबिल्ड का टेंडर सिक्स लेन के लिए खुल गया है, जिसने एसओआर से 15 प्रतिशत कम दर यानी बिलो रेट पर बनाने का टेंडर भरा है। एमपीआरडीसी मुख्यालय द्वारा जल्द ही रवि इंफ्राबिल्ड के साथ एग्रीमेंट कर वर्क ऑर्डर जारी करने की प्रक्रिया की जा रही है।
इसके बाद विधिवत सिक्स लेन निर्माण का भूमिपूजन कर काम शुरू किया जाएगा। अधकारिक सूत्रों ने इसकी पुष्टि की है। सिक्स लेन की प्रशासकीय मंजूरी प्रदेश की डॉ. मोहन यादव सरकार द्वारा 19 फरवरी को दी गई थी।
इसका टेंडर भी लगा दिया गया था, किंतु तकनीकी कमी के कारण उसे निरस्त कर दूसरा टेंडर लगाया गया। इस कारण टेंडर की प्रक्रिया में ही करीब पांच माह का वक्त लग गया। इस बीच लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लागू होने के कारण भी काम रुका।
सिंहस्थ से पहले सिक्स लेन
सिंहस्थ 2028 को दृष्टिगत रखकर यह योजना तैयार की है।
महाकाल महालोक बनने के बाद उज्जैन आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ी है।
इसे हाईब्रिड एन्यूटी माडल के अंतर्गत बनाया जा रहा।
1.10 किमी लंबे शनि मंदिर एप्रोच मार्ग का तीन लेन में चौड़ीकरण होगा।
19 फरवरी 2024 को मध्यप्रदेश कैबिनेट में परियोजना को मंजूरी दी गई।
सिक्स लेन योजना में 8 बड़े जंक्शन, 6 अंडरपास और 2 फ्लाईओवर ब्रिज बनाए जाएंगे।
इंदौर और उज्जैन के बीच पहला सिक्स लेन
इंदौर और उज्जैन के बीच यह पहला सिक्स लेन होगा। इससे इंदौर और उज्जैन के बीच का सफर सुपर फास्ट होगा तथा आर्थिक गतिविधियां तेजी से हो सकेंगी। इससे उज्जैन का विकास भी तेजी से दौडऩे लगेगा। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का यह ड्रीम प्रोजेक्ट है। उज्जैन विकास प्राधिकरण अध्यक्ष पद पर रहते हुए उन्होंने महामृत्युंजय द्वार का निर्माण गैर योजनामद से कराया था, जो अब उज्जैन की पहचान बन गया है। इसी द्वार से सिक्स लेन जुडऩे जा रहा है।








