महाराजवाडा हेरिटेज भवन के शाही कक्ष की सबसे पहली तस्वीर ‘अक्षरविश्व’ में

By AV NEWS

महाराजवाड़ा के प्रत्येक कक्ष की खिड़की से मिलेगा महाकालेश्वर मंदिर के शिखर का व्यू

मुकेश पांचाल/कैलाश शर्मा. उज्जैन:महाकालेश्वर मंदिर के समीप महाराजवाडा को हेरिटेज भवन (होटल) के रूप में डेवलप किया जा रहा है। इसका कार्य अंतिम चरण में है। भवन में तैयार कक्ष की पहली तस्वीर सामने आई है। कक्षों को आकर्षक शाही तरीके से सुसज्जित किया गया है।

सिहंस्थ 2028 के तैयारियों के क्रम में महाराजवाडा को हेरिटेज भवन (होटल) बनाया जा रहा है। इसमें 2४ से अधिक रूम, रूफटॉप रिस्टोरेंट आदि कार्य प्रस्तावित किए गए हैं। महाराजवाड़ा को श्री महाकालेश्वर मंदिर के मुख्य परिसर से भी जोड़ा जाएगा।महाराजवाड़ा के उन्नयन से ऐतिहासिक विरासत का संरक्षण हो सकेगा।

इसका महाकाल मंदिर परिसर के साथ एकीकरण से यहां आने वाले श्रद्धालुओं को और सुविधाएं मिलेंगी। महाराजवाड़ा स्कूल भवन को हेरिटेज भवन के रूप में तब्दील करने का काम, महाकाल-रुद्रसागर एकीकृत विकास दृष्टिकोण ( मृदा) परियोजना के फेज-2 का हिस्सा है।

भवन के रिनोवशन का काम जयपुर की कंपनी से कराया जा रहा है। भवन के बाहर लैंडस्केपिंग, प्लांटेशन एवं जनसुविधाएं विकसित करने का काम किया जा रहा है। हेरिटेज धर्मशाला बनने से पर्यटक को एक बेहतर सुविधा मिलेगी। महाकाल क्षेत्र की खूबसूरती कक्ष की खिड़कियों से से निहार सकेंगे। लोकार्पण के वक्त इसका नामकरण भी किया जाएगा। भवन पूरी तरह वातानुकूलित और पर्यावरण के अनुकूल होगा। भवन की लैंड स्केपिंग पर 7.14 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे है।

बेसमेंट पार्किंग व वेंडर जोन बनेगा

महाराजवाड़ा भाग-2 बेसमेंट पार्किंग और वेंडर जोन में तब्दील किया जाएगा। इसके भूतल पर वेंडर जोन यानी 56 कियोस्क के साथ पोडियम बनाया जाएगा। भूतल पर टॉयलेट ब्लॉक, वाहनों की पार्किंग की जा सकेगी। इस काम पर 39.87 लाख रुपए खर्च होंगे।

वर्ष 1941 में बना था महाराजवाड़ा

महाराजवाड़ा परिसर का निर्माण वर्ष 1941 में महाराज सिंधिया ने करवाया था। भवन के मूल स्वरूप को बनाए रखते हुए इसे हेरिटेज भवन में तब्दील किया गया है। इसका निर्मित क्षेत्र 47 हजार वर्गफीट होगा। इसमें 24 कमरे रहेंगे। महाराजवाड़ा का जीर्णोद्धार के अलावा प्रवचन हॉल और ओपन एयर थिएटर का निर्माण भी किया जा रहा है। इस पर 19.91 करोड़ रुपए खर्च होंगे। महाराजवाड़ा उन्नयन के तहत 115000 वर्ग फीट में हरित क्षेत्र विकसित करने की योजना है।

67 करोड़ रुपए खर्च होंगे

महाराजवाड़ा परिसर का उन्नयन और हेरिटेज भवन बनाने का काम जारी है। इसमें करीब 67 करोड़ रुपए खर्च होंगे। महाराजवाडा भवन का रिनोवेशन कार्य सीमेंट की बजाय गुड़, मैथी, गूगल, बिल्व पत्र के फल, उड़द का पानी और चूना मिलाकर तैयार मटेरियल से जा रहा है। ताकि भवन अगले 200 साल मजबूती से खड़ा रहे।

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