एक जैसा नाम का फायदा उठाकर की धोखाधड़ी,किसान की जमीन बेची

आधार कार्ड में नाम बदलवाकर किसान की जमीन बेची, खरीददार ने रजिस्ट्री रद्द कराई
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अक्षरविश्व न्यूज. नागदा:खाचरौद तहसील के गांव चापाखेड़ा के किसान के साथ धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। जिसमें 8 बीघा जमीन के मलिक को पता भी नहीं चला और उसी नाम के दूसरे व्यक्ति ने जमीन बेच दी। असली मालिक की शिकायत पर खाचरौद पुलिस जांच कर रही है। वहीं जमीन के खारीददार ने मामले की जानकारी लगने के बाद रजिस्ट्री को कैंसिल भी करवा लिया है।

जमीन के वास्तविक मालिक नरसिंहलाल पिता गोरधनलाल धाकड़ ने एसडीएम, तहसीलदार और पुलिस को मामले की शिकायत की है। शिकायत की जानकारी मिलते ही खरीददार रशीदखान ने दोनों रजिस्ट्री रद्द करवा ली। रजिस्ट्री के सर्विस प्रोवाइडर ने कैसे असली जमीन की जगह दूसरी जमीन के फॉटो रजिस्ट्री में लगा दी। एक भी गवाह गांव का नहीं है। पहली बार चार जून को बेची 3 बीघा जमीन का नामांतरण हो गया और नियमानुसार किसी को भी सूचना नहीं दी गई।
सोमवार को 8 जुलाई को लिखित शिकायत खाचरौद थाने पर की गई। लेकिन 5 दिन बाद भी पुलिस जांच ही कर रही है। खाचरौद थाना प्रभारी अमित सारस्वत ने बताया कि मामले की जांच चापाखेड़ा चौकी प्रभारी एसआई संतोष यादव को दी है। जांच में अभी तहसीलदार और रजिस्ट्रार को पत्र लिखकर जानकारी मांगी है। जांच पूरी होते ही दोषियों के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई होगी। मामले में रजिस्ट्रार रामकृष्ण सोनकेशरिया ने रजिस्ट्री होने कि बात स्वीकार की और बताया बाद में खरीददार ने स्वयं ही नियमानुसार रजिस्ट्री को रद्द करवा लिया।
यह है पूरा मामला
चापाखेड़ा के रहने वाले व्यक्ति जिसका वास्तविक नाम रामनर सिंह पिता गोवर्धन है। उसने अपना नाम आधार कार्ड में रामनर सिंह से नरसिंह लाल पिता गोवर्धन करवा लिया। इसके बाद फर्जी दस्तावेजों के आधार पर असली नरसिंह लाल पिता गोवर्धन की 8 बीघा जमीन रशीदखान पिता सलिम शाह निवासी ग्राम बंजली जिला रतलाम को बेच दी।
इस जमीन को दो बार बेची गई। 4 जून को 3 बीघा जमीन बेचकर। खरीददार के नाम 20 जून को नामांतरण भी कर दिया गया। इसके बाद 24 जून को 5 बीघा जमीन भी फर्जी तरीके रशीदखान को बेच दी। बाद में बेची गई जमीन के नामांतरण के समय पटवारी ने असली नरसिंह से जमीन बेचने के बारे में पूछा तो मामले का खुलासा हुआ।








