उज्जैन संभागायुक्त को बनाया विभाग का संचालक
अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व विभाग का मुख्यालय भोपाल की बजाय उज्जैन से संचालित होगा। इसके लिए पहली बड़ी पदस्थापना की गई है। विभाग के उज्जैन संभागायुक्त को वर्तमान कर्तव्यों के साथ धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व और मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना का अतिरिक्त प्रभार देकर संचालय बनाया गया है।
प्रदेश सरकार ने धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व मुख्यालय उज्जैन में भोपाल से किसी अधिकारी की पदस्थापना करने की बजाय उज्जैन के संभागायुक्त को मुख्याल की जिम्मेदारी दी है। विभाग में संचालक के पद पर संभागायुक्त स्तर के आईएएस अधिकारी को दिया जाता है। शासन ने फिलहाल भोपाल से किसी अधिकारी को भेजने की जगह फिलहाल संभागायुक्त उज्जैन को संचालक बना दिया है।
वर्तमान कत्र्तव्यों के साथ अतिरिक्त प्रभार
उज्जैन संभागयुक्त संजय गुप्ता भाप्रसे 2007 को अपने वर्तमान कर्तव्यों के साथ-साथ अस्थाई रूप से आगामी आदेश तक संचालक, धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व तथा संचालक, मुख्य मंत्री तीर्थ दर्शन योजना का प्रभार अतिरिक्त रूप से सौंपा गया है। संभागायुक्त संजय गुप्ता द्वारा संचालक, धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व तथा संचालक, मुख्य मंत्री तीर्थ दर्शन योजना का कार्यभार ग्रहण करने पर श्री हरिसिंह मीना, भाप्रसे 2011 को संचालक, धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व तथा संचालक, मुख्य मंत्री तीर्थ दर्शन योजना के अतिरिक्त प्रभार से मुक्त किया जाता है।
सिंहस्थ मेला प्राधिकरण के भवन में ऑफिस
धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व विभाग का मुख्यालय अब उज्जैन में स्थानांतरित होगा। सिंहस्थ 2028 से पहले मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव के निर्देश पर मुख्यालय उज्जैन में स्थानांतरित कर यहीं से ही संचालित किया जाएगा। राज्य सरकार ने इसकी अधिसूचना जारी कर दी है। अभी भोपाल स्थित सतपुड़ा भवन में धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व विभाग का मुख्यालय संचालित हो रहा है। यह मुख्यालय उज्जैन में स्थित सिंहस्थ मेला प्राधिकरण के भवन में संचालित किया जाएगा। इसके अलावा मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना का संचालन भी उज्जैन से ही किया जाएगा। मुख्यालय के संचालक सहित पूरा स्टाफ उज्जैन में बैठेगा।