अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन भगवान शिव का जल अर्पित करने की परंपरा और मान्यता है। महाकाल मंदिर में प्रवेश प्रतिबंधित होने के कारण श्रद्धालु भगवान महाकालेश्वर के जल अर्पण से बंचित हो रहे थे। लम्बे समय से इसकी व्यवस्था की मांग की जा रही थी। महाकाल मंदिर प्रबंध समिति ने जल अर्पण की सुविधा दी है। मंदिर में भक्त सभा मंडप व कार्तिकय मण्डप की ओर से आने वाले भक्त श्री महाकालेश्वर भगवान को जल अर्पित कर सकेंगे।
श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति द्वारा श्री महाकालेश्वर भगवान को जल अर्पित करने की व्यवस्था मंदिर के सभामंडप व कार्तिकेय मंडप में की है। मन्दिर प्रबन्ध समिति के प्रशासक व अपर कलेक्टर श्री मृणाल मीना ने बताया कि, श्रावण-भाद्रपद माह में भक्तों की संख्या को दृष्टिगत रखते हुए जलपत्रो के स्वरूप का विस्तार किया गया है। इसमे जल अर्पित करने की ट्रे को बढ़ाया गया है। जिससे श्रद्धालु उक्त स्थान पर लगे जल पात्र में जल अर्पित करेंगे।
श्रद्धालुओं द्वारा अर्पित किया गया जल पाइप के माध्यम से मंदिर के गर्भगृह में लगे अभिषेक पात्र के माध्यम से भगवान श्री महाकालेश्वर जी को समर्पित होगा।इसके अतिरिक्त दर्शन के दौरान भी जल अर्पण हेतु गणेश मण्डप में भी पटलों पर भी स्टील का पात्र रखा जाएगा।