डेम के हालात गंभीर, लेवल 500 से नीचे

इस बार जलसंकट दे रहा दस्तक, पिछले साल डेम हो गया था फुल
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उज्जैन। शहर की जलप्रदाय व्यवस्था का मुख्य स्रोत गंभीर डेम पिछले साल लबालब भर गया था, जबकि इस बार 500 एमसीएफटी की केपेसिटी को भी पार नहीं कर सका है। इससे जलसंकट का खतरा बना हुआ है।

आंकड़ों के अनुसार पिछले साल गंभीर डेम में 2100 एमसीएफटी से ज्यादा पानी भर गया था। इस बार 500 एमसीएफटी से भी नीचे 499 की केपेसिटी से ही भर सका है। यह स्थिति अभी शहर की जलप्रदाय व्यवस्था के लिए गंभीर बनी हुई है। अभी शहर में 5 एमसीएफटी पानी की खपत रोज हो रही है।
इस कारण डेम का यह पानी दो माह ही मुश्किल से उपयोग हो सकेगा। अगर बारिश नहीं हुई तो डेम खाली हो जाएगा और पीने के पानी का संकट खड़ा हो सकता है। नर्मदा का पानी शिप्रा में लाना महंगा पड़ेगा। इस कारण अन्य साधनों पर निर्भरता बनी रहेगी। प्रशासन को इस मामले में अभी से वैकल्पिक उपाय की तैयारी करना होगी। साथ ही पानी की फिजूलखर्ची पर रोक भी लगाना होगी।
पांच दिन में बढ़ा सिर्फ 4 एमसीएफटी: पिछले पांच दिनों में गंभीर डेम में केवल चार एमसीएफटी पानी ही आ सका है। चार दिन पहले डेम में 495 एमसीएफटी पानी था और अब 499 है। जबकि पिछले साल इन चार दिनों में 143 एमसीएफटी पानी बढ़ा था।
कब कितना आया पानी
दिन डेम में पानी एमसीएफटी में
12 अगस्त 499
पिछले साल 2123
11 अगस्त 499
पिछले साल 2097
10 अगस्त 499
पिछले साल 2048
9 अगस्त 495
पिछले साल 2032
8 अगस्त 495
पिछले साल 1980








