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उज्जैन: बीच सत्र में संपत्ति गाइड लाइन की वृद्धि को लेकर कवायद

70 से ज्यादा लोकेशन पर जमीन की कीमत गाइडलाइन से अधिक

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शैलेष व्यास. उज्जैन इसे प्रॉपर्टी का बूम कहे या निवेश की अधिकता, उज्जैन में तय गाइडलाइन से अधिक कीमत में जमीन की खरीदी हो रही है। अकेल उज्जैन नगर में 70 से ज्यादा लोकेशन पर गाइडलाइन से अधिक कीमत में जमीन की खरीदी हो रही है। जिले में ऐसी लोकेशन का आंकड़ा 300से ज्यादा है। पंजीयन विभाग इस तरह की लोकेशन में गाइडलाइन बढ़ाने पर मंथन कर रहा है।

 

उज्जैन सहित प्रदेश के लगभग जिलों की कई लोकेशन में जमीन की खरीदी गाइड लाइन में तय कीमत से अधिक पर होने के बाद संपत्ति गाइड लाइन की बीच सत्र वृद्धि को लेकर को लेकर पंजीयक विभाग में कवायद चल रही है। मप्र महानिरीक्षक पंजीयन,रजिस्ट्रेशन और स्टाम्प मुख्यालय ने ऐसे क्षेत्रों की सूची भेजी है। जिला पंजीयन कार्यालयों को अध्ययन के बाद रिपोर्ट तैयार करना है। संपत्ति गाइड लाइन वर्ष 2024-25 के लागू होने के बाद उज्जैन के साथ अन्य जिलों में कुछ क्षेत्र ऐसे हैं जहां पर लोग गाइड लाइन से ज्यादा कीमत तक पर संपत्ति खरीद रहे हैं।

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यहीं पर रेट वृद्धि के प्रस्ताव तैयार होंगे। गाइड लाइन में बीच सत्र वृद्धि को लेकर महानिरीक्षक पंजीयन के साथ जिला पंजीयकों की वर्चुअल बैठक प्रस्तावित थी,लेकिन कुछ जिलों के पास उस लोकेशन पूरी जानकारी नहीं थी,जहां जमीन की खरीदी गाइड लाइन में तय कीमत से अधिक पर हुई हैं। वहीं इस पर काम भी नहीं हो पाया था। इसके बाद मुख्यालय से ही सभी जिलों को ऐसी लोकेशन भेजी जाएगी जहां जमीन की खरीद गाइड लाइन में तय कीमत से काफी अधिक पर हुई हैं। उज्जैन जिला पंजीयन कार्यालय के अनुसार अभी तक जिले में करीब ३०० और उज्जैन नगर में ७० ऐसी लोकेशन ऐसी छांटी गई हैं,जहां ज्यादा कीमत और अधिक संख्या में रजिस्ट्री हो रही हैं।

अंतिम निर्णय जिला मूल्यांकन समिति लेगी
महानिरीक्षक पंजीयन मुख्यालय से प्राप्त लोकेशन पर जिला कार्यायल में होमवर्क के बाद उप मूल्यांकन समिति की बैठक होगी। अंतिम निर्णय जिला मूल्यांकन समिति लेगी। यह काम दीपावली से पहले पूरा होने की उम्मीद है। इधर कुछ जानकारों का कहना है कि बैंक से अधिक लोन लेने के कारण कुछ पक्षकार अधिक रेट पर रजिस्ट्री कराते हैं। सूची में ऐसी लोकेशन भी शामिल हैं। यदि इनकी जांच नहीं हुई तो कुछ क्षेत्रों में अकारण रेट वृद्धि हो सकती है। इसका खामियाजा वास्तविक खरीदारों को भुगतना पड़ सकता है।

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पूरी लोकेशन अभी कवर नहीं होंगी
1 अप्रैल 2025 से नए रेट फिर से लागू होंगे, इसी कारण अभी कुछ ही लोकेशन पर ही रेट बढ़ाने का काम होगा। बाकी लोकेशन पर वृद्धि के प्रस्ताव जरूरी हुए तो फरवरी-मार्च में बनेंगे।

इनका कहना
लोकेशन की एक्यूरेट जानकारी देना थोड़ा मुश्किल है। मुख्यालय से मिलने वाली सूची का अध्ययन करने के बाद कुछ बताया जा सकता है। फिलहाल सूची पर वर्क किया जा रहा है।
ऋतंबरा त्रिवेदी, वरिष्ठ पंजीयक उज्जैन

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