परिचित ने लालच देकर खुलवाया था अकाउंट, खाते में डलवाए 21 लाख

पुलिस ने अकाउंट होल्डर युवती को पुष्कर से पकड़ा, कोर्ट ने जेल भेजा
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आरोपियों की तलाश में जुटी माधवनगर पुलिस की टीम

उज्जैन। हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड कंपनी के रिटायर्ड अधिकारी को डिजिटल अरेस्ट कर करीब ढाई करोड़ रुपए की ठगी करने के मामले में पुलिस ने एक युवती को राजस्थान के पुष्कर से पकड़ा है। युवती के खाते में 21 लाख रुपए ट्रांसफर हुए थे। कोर्ट ने आरोपिता को जेल भेज दिया है। अन्य आरोपियों की तलाश में माधवनगर पुलिस की टीम पुष्कर में ही जुटी हुई है।
माधवनगर टीआई राकेश भारती ने बताया 26 वर्षीय आरोपिता का नाम सेठा पिता कम्मा सिंह रावत है जो पुष्कर (राजस्थान) की रहने वाली है। उसके पिता सुपरवाइजर का काम करते हैं। आरोपिता के किसी परिचित ने लालच देकर उसे अपना अकाउंट खोलने के लिए कहा था और बाद में उसके खाते में 21 लाख रुपए ट्रांसफर हुए थे। इसके बदले उसे कुछ रुपए दिए। अन्य आरोपियों कौन है, उनकी तलाश के लिए पुलिस टीम जुटी हुई है। जल्द ही आरोपी गिरफ्त में होंगे।
घटनाक्रम एक नजर में
दरअसल, मंगल कॉलोनी में रहने वाले ७६ वर्षीय रवींद्र पिता भालचंद्र कुलकर्णी हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड के रिटायर्ड अधिकारी हैं। उन्होंने २० सितंबर को माधवनगर थाने में शिकायत की थी कि उनके मोबाइल पर १० सितंबर को हेमराज कोली नामक व्यक्ति ने फोन किया था। कोली ने खुद को मुंबई पुलिस का सब इंस्पेक्टर बताते हुए अंधेरी थाने में पदस्थ होना बताया था। कोली ने कहा था कि कुलकर्णी के खिलाफ मनी लॉड्रिंग के १७ केस दर्ज हैं।
अश्लील वीडियो संबंधी शिकायतें भी हैं। इसमें ३ साल की कैद और ५ लाख रुपए का जुर्माना हो सकता है। कुलकर्णी को डिजिटल अरेस्ट करना बताकर धमकाया था। डर के कारण कुलकर्णी ने ११ से १३ सितंबर तक ठग द्वारा दिए बैंक खातों में अपने व पत्नी के खाते से २.५५ करोड़ रुपए ट्रांसफर कर दिए। माधवनगर पुलिस ने जांच शुरू की तो पता चला कि आरोपिता सेठा पिता कम्मा सिंह रावत के खाते में २१ लाख रुपए ट्रांसफर हुए हैं। इसके बाद पुलिस ने उसे पुष्कर से गिरफ्तार कर लिया।








