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विक्रम विवि: नए कुलगुरु सोमवार को पदभार ग्रहण करेंगे

नोटिफिकेशन, लियन स्वीकृति में देरी से ज्वाइनिंग अटकी

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उज्जैन। विक्रम विवि के नए कुलगुरु प्रो.अर्पण भारद्वाज सोमवार को पदभार ग्रहण करेंगे। सर्विस को एक विभाग की सेवा से दूसरे विभाग में सौंपने के नोटिफिकेशन और लियन स्वीकृति की प्रक्रिया नहीं होने के कारण प्रो.भारद्वाज आदेश के तत्काल बाद ज्वाइनिंग नहीं कर सके है।

 

प्रदेश के कुलाधिपति, राज्यपाल ने ३ अक्टूबर को साइंस कॉलेज के प्राचार्य प्रो.अर्पण भारद्वाज को विक्रम विवि का कुलगुरु नियुक्त किया था। आदेश के बाद फिलहाल प्रो.भारद्वाज पदभार ग्रहण नहीं कर सके है। इसका कारण शासकीय प्रक्रिया है। प्रो.भारद्वाज उच्च शिक्षा विभाग की कॉलेज सर्विस के है और कुलगुरु नियुक्त होने के बाद उनकी सेवा विश्वविद्यालयीन सर्विस को सौंपनी है। वहीं लियन स्वीकृति होनी है। यह प्रक्रिया पूरी नहीं होने के कारण ज्वाइनिंग रह गई। प्रो.भारद्वाज इस प्रक्रिया पूर्ण कराने के लिए शुक्रवार को भोपाल में थे। शनिवार-रविवार का अवकाश रहने के कारण अब प्रो.भारद्वाज सोमवार को पदभार करने वाले है।

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लियन क्या है….?
लियन एक तकनीकी इस्तीफा है। इसके तहत एक विभाग से दूसरे विभाग में लंबे समय तक सेवा सौंपने जाने पर अधिकारी-कर्मचारी को मूल विभाग से दूसरे विभाग में जाने की अनुमति के साथ इस्तीफा भी देना होता है। सेवा और सेवा अवधि मूल विभाग की मानी जाती है। लियन खत्म होने पर अधिकारी-कर्मचारी मूल विभाग में लौटना होता है।

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