आरएसएस का शताब्दी वर्ष शुरू, नागपुर मुख्यालय में शस्त्र पूजा के बाद सर संघसंचालक डॉ. मोहन भागवत ने कहा
कहा-कोलकाता रेप-मर्डर सबसे शर्मनाक घटना
अक्षरविश्व न्यूज नागपुर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत ने नागपुर में संघ मुख्यालय में शनिवार को विजयादशमी पर शस्त्र पूजा की। भागवत ने बांग्लादेश, कोलकाता रेप-मर्डर, हिंसक घटनाओं, इजराइल-हमास युद्ध और जुलूसों पर पथराव जैसे मुद्दों पर बात की।
संघ प्रमुख ने कहा कि बांग्लादेश के हिंदुओं को पूरी दुनिया से मदद मिलनी चाहिए। भागवत ने ट्रेनी डॉक्टर के रेप और मर्डर की घटना को सबसे शर्मनाक करार दिया। उन्होंने संघ के शताब्दी वर्ष में पहुंचने पर भी चर्चा की। संघ विजयादशमी पर स्थापना दिवस मनाता है। 1925 में विजयादशी के दिन डॉ. केशव बलिराम कृष्ण हेडगेवार ने इसकी शुरुआत की थी। बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमले पर भागवत ने कहा यह बांग्लादेश को सोचना होगा कि उनके देश में क्या हो रहा है।
हिंदुओं पर हमले हो रहे हैं, जो ठीक नहीं है। भारत में बढ़ती हिंसक घटनाएं कट्टरपन को उकसाने वाली हैं। हालात या नीतियों को लेकर मन में असंतोष हो सकता है, लेकिन उसके विरोध के प्रजातांत्रिक मार्ग होते हैं। उसकी जगह हिंसा पर उतर आना, गुंडागर्दी है। कोलकाता रेप-मर्डर की घटना संस्कार क्षय का नतीजा है कोलकाता की घटना सारे समाज को कलंकित करने वाली है। विरोध कर रहे डॉक्टरों के साथ समाज खड़ा तो हुआ, लेकिन कुछ लोग अपराधियों को संरक्षण दे रहे हैं। ये अपराध, राजनीति और अपसंस्कृति का गठबंधन हमें बिगाड़ रहा है। धर्म सिर्फ धर्म नहीं, भारत का स्वत्व है। धर्म भारत का प्राण है। वही हमारी प्रेरणा है।
हम कौन हैं। हम खुद को हिंदू कहते हैं क्योंकि यह धर्म सार्वभौमिक है, सनातन है।
पुलिस लाइन में शस्त्र पूजन: उज्जैन। विजयादशमी पर्व पर शनिवार सुबह पुलिस लाइन में शस्त्र पूजन हुआ। इससे पहले हवन हुआ जिसके बाद बलि स्वरूप हरा कद्दू काटा गया। अधिकारियों ने हर्ष फायर भी किए।
इजराइल-हमास युद्ध पर भी बोले
परिस्थितियां कभी चुनौतीपूर्ण होती हैं तो कभी अच्छी। मानव जीवन भौतिक रूप से पहले की तुलना में अधिक खुशहाल है, लेकिन इस खुशहाल और विकसित मानव समाज में कई संघर्ष जारी हैं। इजराइल और हमास के बीच जो युद्ध शुरू हुआ, वह कितना व्यापक होगा, इसे लेकर हर कोई चिंतित है।