सुधीर नागर उज्जैन। महाकाल नगरी उज्जैन में जल्द ही महादेव कलाग्राम बनने जा रहा है। मध्यप्रदेश की डॉ. मोहन यादव सरकार की पहल पर इसकी योजना बन गई है। संस्कृति विभाग, स्वराज संस्थान, सम्राट विक्रमादित्य शोधपीठ और विक्रम विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में यह कलाग्राम बनेगा।
मंगलवार को कुलगुरु डॉ. अर्पण भारद्वाज, शोधपीठ निदेशक श्रीराम तिवारी, राजस्थान विरासत विकास प्राधिकरण अध्यक्ष ओंकारसिंह लखावत, पुराविद् डॉ. रमण सोलंकी, विक्रम विवि कार्यपरिषद सदस्य राजेशसिंह कुशवाह ने विचार किया। पुराने विश्वविद्यालय के स्थान पर यह आरंभ होगा, जहां मूर्तिकला के अलावा चित्रकला और संगीत कला भी सिखाई जाएगी।
देश के मूर्तिकार और सेलिब्रिटी से भी सीखेंगे विद्यार्थी- महाकाल दर्शन करने आने वाली सेलिब्रिटी को भी कलाग्राम लाया जाएगा और उनके माध्यम से भी विद्यार्थियों को कला की जानकारियां दी जाएंगी। विश्व विद्यालय विद्यार्थियों को प्रमाणपत्र देगा, जिससे उन्हें रोजगार भी मिल सकेंगे।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के निर्देश पर महादेव कलाग्राम विकसित होगा। जल्द ही इसे शुरू करने की प्रक्रिया चल रही। -श्रीराम तिवारी, निदेशक विक्रमादित्य शोधपीठ