आईपीएल 2025 के लिए मेगा नीलामी जारी है। शुरू में 12 मार्की खिलाड़ियों पर बोली लगी। इस बार मार्की खिलाड़ियों की सूची में सात भारतीय और पांच विदेशी खिलाड़ी शामिल हैं। ये सभी खिलाड़ी क्रिकेट जगत में काफी लोकप्रिय हैं इन्होंने पिछले कुछ सालों में टी20 क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन किया है। इनमें सभी की नजर ऋषभ पंत पर थी।
पंत को नीलामी से पहले दिल्ली कैपिटल्स की टीम ने रिलीज किया था। उन पर बड़ी बोली लगनी तय थी और ऐसा ही हुआ भी। लखनऊ सुपर जाएंट्स की टीम ने पंत को 27 करोड़ रुपये में खरीदा। 2016 के बाद पहली बार पंत दिल्ली के अलावा किसी और टीम से खेलते दिखेंगे। पंत हाल फिलहाल में शानदार फॉर्म में रहे हैं। उन्होंने पिछले साल कार दुर्घटना के बाद वापसी करते हुए खूब रन बनाए थे। लखनऊ की टीम उन्हें कप्तान बना सकती है।
पंत इस तरह आईपीएल इतिहास में सबसे ज्यादा कीमत पर बिकने वाले खिलाड़ी बन गए हैं। उन्होंने इस मामले में श्रेयस अय्यर को पीछे छोड़ दिया है जो थोड़ी देर पहले ही 26.75 करोड़ रुपये में बिके थे। ऋषभ पंत के लिए लखनऊ और आरसीबी के बीच शुरुआत में जंग देखने मिली। पंत दो करोड़ रुपये के आधार मूल्य के साथ नीलामी में उतरे थे और कम ही समय में उनकी कीमत 10 करोड़ रुपये के पार पहुंच गई थी। इस दौरान हैदराबाद भी दौड़ में शामिल हुई, लेकिन लखनऊ ने भी हार नहीं मानी।
नीलामी टेबल पर हैदराबाद की मालकिन काव्या मारन और लखनऊ के मालिक संजय गोयनका लगातार पंत के लिए बोली लगाते रहे और देखते ही देखते कीमत 17 करोड़ के पार पहुंच गई। हैदराबाद और लखनऊ यहां भी नहीं रुके और पंत पर बोली बढ़ती रही। लखनऊ ने पंत के लिए 20.75 करोड़ रुपये की बोली लगाई और हैदराबाद ने हाथ वापस खींच लिए। हालांकि, दिल्ली ने आरटीएम का इस्तेमाल किया। इसके बाद लखनऊ ने पंत के लिए 27 करोड़ रुपये का प्रस्ताव दिया और दिल्ली ने अपने हाथ पीछे कर लिए। इस तरह पंत 27 करोड़ रुपये में बिके और लखनऊ ने उन्हें आईपीएल के सबसे महंगे खिलाड़ी के तौर पर लिया।
पंत तीनों ही प्रारूप के बड़े खिलाड़ी हैं और उनके पास लंबे समय तक कप्तानी करने का अनुभव भी है। पंत ने 2016 से अब तक 111 आईपीएल मुकाबले खेले हैं और वह आठ बार प्लेयर ऑफ द मैच का पुरस्कार जीत चुके हैं। पंत विकेट के पीछे भी अहम साबित होते हैं। दिल्ली के पास हालांकि, पंत के लिए राइट टू मैच (आरटीएम) कार्ड का इस्तेमाल करने का विकल्प भी उपलब्ध था, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। टीम से अलग होते वक्त पंत और दिल्ली फ्रेंचाइजी के रिश्तों में दरार आ गई थी। यहां तक कि हाल ही में पंत ने भी कहा था कि उन्होंने दिल्ली का साथ पैसों के लिए नहीं छोड़ा है।