बोहरा वार्ड, जेल वार्ड, पीएम रुम और सिटी स्कैन विभाग नहीं हो पाए शिफ्ट

टूटने लगा जिला चिकित्सालय का पुराना भवन

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अक्षरविश्व न्यूज उज्जैन। जिला चिकित्सालय और सख्याराजे प्रसूतिगृह के पुराने भवनों को तोडक़र यहां मेडिसिटी मेडिकल कॉलेज का निर्माण होना है। सीएम डॉ. मोहन यादव द्वारा इसका विधिवत भूमि पूजन पिछले दिनों किया गया। ठेकेदार द्वारा भवनों को तोडऩे का काम शुरू कर दिया, लेकिन अब तक परिसर के कुछ वार्ड और विभाग दूसरी जगह शिफ्ट नहीं हो पाए हैं।

बोहरा वार्ड के टूटे ताले
बोहरा वार्ड अब भी पूर्व की तरह स्थित है। इस वार्ड में कोई मरीज न तो भर्ती हो रहा है न ही डॉक्टर्स आते हैं, लेकिन बोहरा समाज द्वारा निर्मित इस भवन की देखभाल के लिए एक कर्मचारी सैफुद्दीन भाई बोहरा नियुक्त हैं जो सुबह से शाम तक ड्यूटी करते हैं। सैफुद्दीन बताते हैं कि वार्ड के दो बार ताले टूट चुके हैं। कीमती सामान तो नहीं है लेकिन चोर यहां से लोहे का सामान, पंखे ले गए हैं। बोहरा समाज ने चरक अस्पताल में बोहरा वार्ड के लिए कमरों की मांग की गई है। अब तक अस्पताल के अफसरों ने इस पर निर्णय नहीं लिया। इस कारण जिला चिकित्सालय परिसर में बोहरा वार्ड यथावत है।

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जेल वार्ड भी अधूरा, इंदौर भेज रहे मरीज
जिला चिकित्सालय परिसर के जेल वार्ड को चरक अस्पताल की 6 टी मंजिल पर शिफ्ट किया जाना है। इसके लिए अस्पताल प्रशासन द्वारा कमरे आरक्षित कर आवश्यक कार्यवाही करने के बाद जेल अधीक्षक मनोज साहू को निरीक्षण कराया गया। मनोज साहू का कहना है कि जेल वार्ड गाइड लाइन के अनुसार नहीं है। सीसीटीवी कैमरे, ग्रील आदि भी नहीं लगाए गए हैं। ऐसे में मरीजों को उक्त वार्ड में भर्ती कर उपचार कराना संभव नहीं है। वर्तमान में मरीजों को चरक अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद इंदौर एमवायएच में भर्ती करना पड़ रहा है। अस्पताल अफसरों को समस्या से अवगत कराया गया है लेकिन काम आज भी अधूरा पड़ा है।

नए पीएम रूम में एक साल
पोस्टमार्टम कक्ष वर्तमान में जिला चिकित्सालय परिसर में ही संचालित हो रहा है। ठेकेदार ने मार्ग पर लगे ब्लॉक निकाल बेच दिए हैं। लोगों का आवागमन मुश्किल हो रहा है। नया पोस्टमार्टम कक्ष चरक अस्पताल के पीछे पेयजल टंकी को तोडक़र बनाना है। टंकी को तोडऩे और नया कक्ष बनाने में एक वर्ष का समय लग सकता है वहीं दूसरी ओर पोस्टमार्टम कक्ष तक प्रतिदिन डॉक्टर, पुलिसकर्मी और मृतकों के परिजनों का आवागमन होता है ऐसे में लोगों को कच्चे रास्ते से चलकर पहुंचना होगा। सिविल सर्जन डॉ. अजय दिवाकर ने बताया ठेकेदार ने जिला चिकित्सालय के पुराने भवन को तोडऩे का काम शुरू कर दिया है।

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सिटी स्कैन के लिए जगह की तलाश
सिटी स्कैन मशीन जिला चिकित्सालय के पुराने टीबी वार्ड के पीछे संचालित हो रही है। इसे चरक अस्पताल में शिफ्ट करना है। आयुष्मान कार्ड धारकों को मुफ्त में व अन्य मरीजों को बाजार से कम रेट में सिटी स्कैन की सुविधा मिलती है। जिला चिकित्सालय के वार्ड और विभागों को चरक अस्पताल में शिफ्ट करने के दौरान अफसरों ने सिटी स्कैन मशीन शिफ्ट करने की योजना नहीं बनाई। समस्या यह है कि चरक अस्पताल के प्रथम तल पर सभी रुम बुक हो चुके हैं। जगह की कमी के कारण अब परेशानी आ रही है। इसे पुरानी जगह से नई जगह स्थापित करने का खर्च भी अस्पताल प्रशासन को ही वहन करना है।

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