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भगवान महाकाल का दरबार कमाई से मालामाल

साल दर साल बढ़ रही श्री महाकालेश्वर मंदिर की संपत्ति,

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1 जनवरी से 13 दिसंबर तक 1 अरब 12 करोड़ से ज्यादा की आय

 

अक्षरविश्व न्यूज|उज्जैन। विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर की आय अरबों रुपए में पहुंच गई है। महाकाल लोक बनने के बाद बढ़ती श्रद्धालुओं की संख्या के चलते साल दर साल मंदिर की आय भी बढ़ती जा रही है। इस वर्ष 1 जनवरी से 13 दिसंबर तक मंदिर को 1 अरब 12 करोड़ 31 लाख 85 हजार 988 रुपए की आय हुई है। यह आय मंदिर समिति को भेंट पेटी, शीघ्र दर्शन, भस्मार्ती बुकिंग, सहित अन्य स्रोतों से हुई है। हालांकि, इस राशि में लड्डू प्रसाद की बिक्री से प्राप्त राशि शामिल नहीं है क्योंकि लड्डू प्रसाद लागत मूल्य पर बेचा जाता है इसलिए वह आय का हिस्सा नहीं है।

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11 अक्टूबर 2022 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाकाल महालोक का लोकार्पण किया था। इसके बाद से श्रद्धालुओं की संख्या में रिकॉर्डतोड़ बढ़ोत्तरी हुई। जिसके चलते शीघ्र दर्शन, भस्मार्ती बुकिंग सहित अन्य स्रोतों से मंदिर की आय में भी जबर्दस्त वृद्धि हुई। इसके अलावा कई हस्तियां जैसे क्रिकेटर, फिल्म स्टार, राजनेता, उद्योगपति सहित कई वीआईपी का दर्शन करना जारी है। इसके चलते मंदिर के पास जमकर दान आया और खजाना भर गया।

1 जनवरी से अब तक इन स्रोतों से इतनी आय

श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति को भेंट पेटियों से 1 जनवरी से 13 दिसंबर तक 43 करोड़ 85 लाख 20 हजार 718 रुपए की आय हुई। इसी तरह शीघ्र दर्शन 250 रुपए से 48,99,80 ,551 रुपए, भस्मार्ती बुकिंग से 90,90,2,600 रुपए, अभिषेक भेंट 59,28,6,976 रुपए, अन्नक्षेत्र भेंट/दान से 12,32,7,602 रुपए, अन्य विविध आय 23,96,7,891 रुपए, धर्मशाला बुकिंग से 59,06,644  रुपए, फोटोग्राफी मासिक शुल्क 7,73,949 रुपए, भांग एवं ध्वजा बुकिंग से 7,92,000 रुपए एवं उज्जैन दर्शन बस सेवा से 7,27,057 रुपए की आय हुई है।

चांदी से हुई आय

मंदिर को दिसंबर 2023 से नवंबर 2024 तक भेंट पेटियों से चांदी की 58 हजार 206 वस्तुएं मिली जिसका सकल वजन 64 किलो 58  ग्राम है। इसका मूल्य फिलहाल ज्ञात नहीं है। शुद्ध चांदी का वजन इसे लगाने के बाद ही पता चल सकेगा। इसके अलावा इसी अवधि में दान में चांदी की 1662 वस्तुएं मिली जिनका सकल वजन 334 किलो 072 ग्राम और 140 मिलीग्राम है। मूल्यांकनकर्ता के अनुसार मिलने वाली शुद्ध चांदी का वजन 276 किलो 188 ग्राम 095 मिलीग्राम है। उक्त सामग्री की मूल्यांकन दिनांक को प्रचलित दर के मुताबिक कीमत 2,42,60,803 रुपए है।

सोने से हुई आय

दिसंबर 2023 से नवंबर 2024 तक भेंट पेटी से सोने की 1306 मिली जिसका सकल वजन 1 किलो 322 ग्राम और 380 मिलीग्राम है। मूल्यांकनकर्ता द्वारा किए गए आंकलन के मुताबिक शुद्ध सोने का वजन 1  किलो 211 ग्राम और 545 मिलीग्राम है। जिसकी मूल्यांकन तिथि को प्रचलित दर के मुताबिक कीमत 80,81,703 रुपए है। इसके अलावा फरवरी माह में हीरे की अंगुठी 0.50 सेंट, अप्रैल में हीरा पोलकी 1.30 सेंट व हीरा 0.42 सेंट और नवंबर में पन्ना 3.40 कैरेट, शनि पुखराज 2.55 कैरेट, गोमेद लसनिया 22.3 कैरेट, मोती बेटकी 151.5 ग्राम भी मंदिर समिति को प्राप्त हुए।

इसी तरह दिसंबर 23 से नवंबर 24 तक दान में सोने की 152 वस्तुएं प्राप्त हुईं। जिसका सकल वजन 230 ग्राम 810 मिलीग्राम है। मूल्यांकनकर्ता द्वारा किए आंकलन के अनुसार शुद्ध सोने का वजन 196 ग्राम 955 मिलीग्राम है। जिसकी मूल्यांकन तिथि को प्रचलित दर के मुताबिक कीमत 14 लाख 48 हजार 153 रुपए है।रने पहुंचे श्रद्धालुओं ने लड्डू प्रसाद की भी जमकर खरीदी की। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि 1 जनवरी से 13 दिसंबर तक 53,50,14,552 रुपए के लड्डू की खरीदी की, जबकि वर्ष 2023 का रिकॉर्ड देखें तो लड्डू प्रसादी से 69,40,80,441 रुपए की आय हुई थी। इस बार इसमें 15,90,65,889 रुपए की कमी है, हालांकि, अभी दिसंबर को खत्म होने में कुछ दिन शेष है और अंतिम दिनों श्रद्धालुओं की संख्या लाखों में पहुंचने की उम्मीद है। ऐसे में यह आंकड़ा पार हो सकता है।

53 करोड़ से ज्यादा का लड्डू प्रसाद बिका

भगवान महाकाल के दर्शन करने पहुंचे श्रद्धालुओं ने लड्डू प्रसाद की भी जमकर खरीदी की। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि 1 जनवरी से 13 दिसंबर तक 53,50,14,552 रुपए के लड्डू की खरीदी की, जबकि वर्ष 2023 का रिकॉर्ड देखें तो 69,40,80,441 रुपए का लड्डू प्रसाद श्रद्धालुओं ने खरीदा था। इस बार इसमें 15,90,65,889 रुपए की कमी है, हालांकि, अभी दिसंबर को खत्म होने में कुछ दिन शेष है और अंतिम दिनों में श्रद्धालुओं की संख्या लाखों में पहुंचने की उम्मीद है। ऐसे में यह आंकड़ा पार हो सकता है।

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