प्रोजेक्ट की डीपीआर में हो रहा सुधार, फैसला लेगी सरकार
अक्षरविश्व न्यूज|उज्जैन। सिंहस्थ 2028 से पहले शहर के सबसे पुराने देवासगेट बस स्टैंड को 75 करोड़ रुपयों से नया बनाने की योजना है। इसकी डीपीआर (डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट) को अंतिम रूप देने का काम किया जा रहा है, लेकिन जनप्रतिनिधियों के सुझाव के अनुसार इसमें अभी जरूरी सुधार हो रहे। इस कारण प्रोजेक्ट की रफ्तार थमी हुई है। योजना को मंजूरी के लिए प्रदेश सरकार के पास भेजा जाएगा। सरकार का मंजूरी के बाद प्रोजेक्ट आकार ले सकेगा।
मौजूदा बस स्टैंड को तोड़कर नया बस स्टैंड बनाने की योजना है। इस पर करीब 75 करोड़ रुपए खर्च होने की संभावना है। हालांकि रेलवे स्टेशन के साथ जोड़कर इसे मल्टीलेवल ट्रांजिट हब बनाने की 150 करोड़ की योजना है, लेकिन पूरा प्रोजेक्ट अभी डीपीआर में रुका हुआ है। कलेक्टर नीरजकुमार सिंह द्वारा बस स्टैंड प्रोजेक्ट को लेकर एक बैठक ली गई थी, जिसमें जनप्रतिनिधियों ने सुझाव दिए हैं। इन सुझावों के अनुसार डीपीआर में भी संशोधन किए जा रहे हैं। इसे पीपीपी मोड पर भी बनाने की योजना है।
हाईटेक होगा भवन
देवास गेट बस नया बनने के बाद पूरे क्षेत्र की तस्वीर बदल जाएगी। नया भवन हाईटेक होगा। इसमें यात्रियों के लिए कई सुविधाएं होंगी। इसका भवन तीन से चार मंजिला बनाने का प्रस्ताव है। रेलवे स्टेशन को भी इससे जोड़ने की योजना है ताकि यात्रियों को आपस में बेहतर कनेक्टिविटी मिल सके।
शासन से लेंगे मंजूरी
देवासगेट बस स्टैंड को आधुनिक रूप में विकसित करने की योजना तैयार हो रही है। अभी इसकी डीपीआर का काम हो रहा है। इसे स्वीकृति के लिए राज्य शासन के पास भेजा जाएगा। नीरजकुमार सिंह कलेक्टर