घर जा रहे थे इंश्योरेंस एजेंट, पतंग कटकर आई और संभलते तब तक कट गया होंठ

पतंगबाजी के शौकीनों की लापरवाही जनता की जिंदगी पर भारी

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खून से लाल हो गई सड़क, लोगों ने पहुंचाया अस्पताल, 8 टांके लगाने पड़े

अक्षरविश्व न्यूज|उज्जैन। मकर संक्रांति के नजदीक आते ही चायनीज डोर का कहर भी बढ़ता जा रहा है। सोमवार शाम घर जा रहे इंश्योरेंस एजेंट इसका शिकार हो गए। वह संभल पाते इससे पहले ही डोर उनका होंठ काटते हुए निकल गई। इससे कुछ देर के लिए उनकी आंखों के आगे अंधेरा छा गया और सड़क खून से लाल हो गई। लोगों ने उन्हें अस्पताल पहुंचाया जहां होंठ पर आठ टांके लगाने पड़े।

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दरअसल, आगर रोड स्थित सांदीपनि नगर में रहने वाले हेमंत कुमार पिता कृष्ण वल्लभ कश्यप इंश्यारेंस एजेंट हैं। सोमवार शाम करीब 4:30 से 6 बजे के बीच वह महामृत्युंजय द्वार से घर जा रहे थे। अथर्व कॉलोनी पहुंचते ही अचानक पतंग कटकर गिरी। हेमंत ने अपनी बाइक स्लो की तभी चायना डोर उनके सिर पर आ गई।

सिर पर ऊनी टोपा होने से डोर उनके मुंह तक पहुंची और इसी बीच किसी ने उसे खींच लिया जिससे हेमंत का होंठ कट गया और सड़क खून से लाल हो गई। तत्काल आसपास से गुजर रहे लोगों ने उन्हें अवंति अस्पताल पहुंचाया। जहां उनके होंठ पर आठ टांके लगाने पड़े।

कलेक्टर के प्रतिबंध का असर नहीं

कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने चायना डोर पर प्रतिबंध लगाया है लेकिन यह केवल कागजी साबित हो रहा है। चोरी छिपे चायना डोर का कारोबार हो रहा है जिसका खामियाजा आम लोगों को भुगतना पड़ रहा है। २६ दिसंबर को जीरो पॉइंट ब्रिज पर शिक्षा विभाग में कार्यरत 56 वर्षीय प्रहलाद मोदे का गला और अंगुलियां कट गई थीं। वह घर से ऑफिस जाने के लिए निकले थे। उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया जहां गले पर आठ टांके लगाने पड़े।

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