अपर मुख्य सचिव की बैठक शुरू, घाटों की लाइटिंग पर फोकस
29 किमी घाट बनाए जाएंगे
राजौरा ने पीपीटी में ही देखे शहर के प्रोजेक्ट
अक्षरविश्व न्यूज|उज्जैन। सिंहस्थ 2028 की तैयारियों के सिलसिले में मध्यप्रदेश की डॉ. मोहन यादव सरकार एक्टिव मोड में आ गई है। रविवार को अपर मुख्य सचिव डॉ. राजेश राजौरा उज्जैन आए और विभागीय अधिकारियों की बैठक ली। डॉ. राजौरा ने दिसंबर 2027 तक सभी निर्माण कार्य पूरे करने की डेडलाइन विभागों को दी है। साथ ही शिप्रा नदी के घाटों पर लाइटिंग पर फोकस किया है।
प्रयागराज में महाकुंभ की शुरुआत के साथ पहली बार सरकार ने सिंहस्थ की तैयारियां शुरू कर दी हैं। रविवार सुबह 10.30 बजे से अपर मुख्य सचिव डॉ. राजौरा ने सभी विभागों के अधिकारियों के साथ पहले तैयारियों का प्रजेंटेशन देखा। उन्हें बताया गया कि शिप्रा नदी पर 29 किमी लंबे घाट बनाए जाएंगे।
दोनों किनारों पर घाट का एक कॉरिडोर त्रिवेणी स्थित शनि मंदिर से शुरू होगा और कालियादेह महल उन्हेल नागदा बायपास तक रहेगा। जहां जहां घाट नहीं हैं, उन स्थानों पर घाट बनाए जाएंगे।इसके लिए जल संसाधन विभाग द्वारा टेंडर लगा दिया गया है। बैठक में संभागायुक्त संजय गुप्ता, कलेक्टर नीरज कुमार सिंह, सिंहस्थ के ओएसडी गोपालचंद्र डाड, नगर निगम आयुक्त आशीष पाठक, अपर कलेक्टर व महाकाल मंदिर प्रशासक प्रथम कौशिक, उज्जैन विकास प्राधिकरण सीईओ संदीप सोनी सहित सभी विभागीय अधिकारी उपस्थित हैं।
डेडलाइन ध्यान में रखकर काम करें
अपर मुख्य सचिव डॉ. राजौरा ने कहा सभी निर्माण कार्य 31 दिसंबर 2027 तक पूरे करना है। इस डेडलाइन के अनुसार ही सभी अधिकारी काम की रफ्तार बढ़ाएं और जहां परेशानी हो, वहां समन्वय से काम करें।