घेराव के बाद एसआई ने माफी मांगी, समझौता हुआ
अक्षरविश्व न्यूज:उज्जैन। महाकाल घाटी से तोपखाना की तरफ जाने वाले मार्ग पर पुलिस चैकिंग चल रही थी। एक बाइक पर सवार तीन युवकों ने पुलिस को देखा और अपनी बाइक पलटाकर जाने लगे। चैकिंग में लगे एसआई ने युवकों को लौटते देखकर रोका। दो युवकों को वहीं उतारा और एक पुलिसकर्मी को पीछे बैठाकर युवक को थाने लाए और बेल्ट से पिटाई की। परिजन ने थाने का घेराव किया तो एसआई ने माफी मांगकर समझौता कर लिया।
जाफर पिता बाकिर अली अत्तारवाला अपने दोस्तों के बाइक पर महाकाल घाटी से तोपखाना होते हुए फ्रीगंज जा रहा था। जाफर ने बताया कि तोपखाना तरफ चौराहे पर पुलिस चैकिंग चल रही थी। तीन सवारी होने के कारण बाइक मोड़कर वापस जाने लगा तो एक सब इंस्पेक्टर ने बाइक रोक ली।
दोस्तों को बाइक से उतारा और मुझे बीच में बैठाकर पुलिसकर्मी के साथ थाने ले आए। थाने में गाली गलौज करते हुए एसआई विकास देवड़ा ने बेल्ट से पीटा और कपड़ों का सामान निकालकर लॉकअप में बंद कर चले गए। दोस्तों ने इसकी सूचना परिजन को दी। परिजन थाने पहुंचे। एसआई द्वारा की गई मारपीट का शिकायती आवेदन दिया।
इस दौरान समाजसेवी रवि सोलंकी ने भी थाने में संपर्क कर जाफर को छोड़ने की बात कही। बोहरा समाज के लोग थाने के बाहर बड़ी संख्या में एकत्रित हो गए। जाफर ने बताया कि करीब एक घंटे तक लॉकअप में रहा। फिर एसआई देवड़ा लौटकर थाने आए। उन्होंने माफी मांगी, मैंने भी अपनी गलती स्वीकार की और दोनों पक्षों के बीच समझौता हो गया।
आवेदन वापस ले लिया
जाफर ने एसआई देवड़ा द्वारा मारपीट किए जाने का शिकायती आवेदन महाकाल थाने में दिया और उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी, लेकिन देर रात दोनों पक्षों में समझौता होने पर उसने आवेदन वापस ले लिया।