रामघाट से जुड़ेगी राणो जी की छतरी, 78 करोड़ से संवरेगी

श्रीराम जनार्दन मंदिर, चौबीस खंबा और चामुंडा माता मंदिर सौंदर्यीकरण की भी तैयारी
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अक्षरविश्व न्यूज|उज्जैन। रामघाट स्थित ऐतिहासिक महत्व की राणो जी की छतरी को रामघाट से जोड़ा जाएगा। साथ ही छतरी और परिसर का सौंदर्यीकरण और संरक्षण कार्य कराया जाएगा। इसके लिए 78 करोड़ रुपए के दो अलग अलग टेंडर लगाए गए हैं। श्रीरामजनार्दन मंदिर, चौबीस खंबा और चामुंडा माता मंदिर के सौंदर्यीकरण के लिए भी टेंडर लगा दिए गए हैं।
रामघाट पर वीर दुर्गादास की छतरी को राणो जी की छतरी के नाम से जाना जाता है। सिंहस्थ के समय यह श्रद्धालुओं के लिए आकर्षण का केंद्र रहती है। वीआईपी भी इसी स्थान से होकर रामघाट पहुंचते हैं। राजपूताना शैली की यह छतरी पुरातात्विक महत्व की है।
राज्य पर्यटन विकास निगम ने इसके लिए योजना तैयार कर टेंडर लगाए हैं। एक टेंडर 32 करोड़ 34 लाख का है और दूसरा टेंडर 45 करोड़ 66 लाख रुपए का है। वर्तमान में छतरी की मुख्य एंट्री रामघाट मार्ग स्थित रामानुज कोट के सामने से है। पर्यटन विभाग ने अब रामघाट से नई एंट्री की योजना बनाई है। टेंडर खुलने के बाद काम शुरू हो सकेगा। इस माह टेंडर खुलने की संभावना है।
श्रीराम जनार्दन मंदिर के लिए भी दो टेंडर
अंकपात क्षेत्र स्थित श्री राम जनार्दन मंदिर के सौंदर्यीकरण के लिए भी दो टेंडर लगाए गए हैं। 3 फरवरी को ही ये टेंडर जारी किए गए हैं। पहला टेंडर 1 करोड़ 68 लाख रुपए का है। दूसरा टेंडर 1 करोड़ 56 लाख रुपए का है। दोनों टेंडर के लिए आखिरी तारीख 19 फरवरी तय की गई है। चौबीस खंबा मंदिर का जीर्णोद्धार करने के लिए 9 लाख 31 हजार रुपए खर्च किए जाएंगे। चामुंडा माता मंदिर के जीर्णोद्धार के लिए 20 लाख का टेंडर लगाया गया है। ये टेंडर भी 19 फरवरी तक भरे जा सकेंगे।
रामघाट से जोड़ेंगे
रामघाट से राणो जी की छतरी को जोड़ने की योजना है। अभी इसके लिए टेंडर प्रक्रिया में है।-धर्मेंद्र एस परिहार, कार्यपालन यंत्री, पर्यटन विभाग