मामला देसाईनगर में डीजे बजाने की बात पर हुए मर्डर का, परिजन बोले
चाकू मारने वाले अब तक नहीं पकड़ाए, टीआई हमारा ही मकान तोडऩे की बात कह रहे, अब सीएम से आस
अक्षरविश्व न्यूज:उज्जैन। देसाईनगर में जन्मदिन पर डीजे बजाने की बात को लेकर उपजे विवाद में हुई हत्या के मामले में चाकू मारने वाले तीन आरोपी अब तक पुलिस गिरफ्त से दूर हैं। परिजनों का आरोप है माधवनगर टीआई उनका ही मकान तोडऩे की धमकी दे रहे हैं। मामले में उन्होंने एसपी को शिकायत करने के साथ मुख्यमंत्री से न्याय की गुहार लगाई है।
दरअसल, 31 जनवरी को देसाईनगर में इस घटना का मुख्य आरोपी स्वयं त्रिपाठी साथियों के साथ मिलकर जोर-जोर से डीजे बजाते हुए अपना जन्मदिन मना रहा था। इसी बीच पास में रहने वाले अंकित गौड़ ने आवाज धीमी करने को कहा। यह सुन स्वयं और उसके साथी भडक़ गए और गुंडागिर्दी करते हुए जबर्दस्ती अंकित के घर में घुस गए।
उन्होंने अंकित सहित जोगेंद्र सिंह गौड़, विजय गौड़, रोहित गौड़, सुमित गौड़ के साथ मारपीट की। इसमें 48 साल वर्षीय जोगेंद्र पिता पूरन सिंह गौड़ गंभीर घायल हो गए थे। जिन्हें निजी अस्पताल में भर्ती करवाया था। घटना के 18 दिन बाद 18 फरवरी को इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई थी। इससे मामला हत्या में तब्दील हो गया। मौत से आक्रोशित परिजनों ने 19 फरवरी को फरार आरोपियों को गिरफ्तार करने लिए शव रखकर प्रदर्शन किया था।
पांच आरोपी जेल में, एक को सुधारगृह भेजा
घटना के बाद माधवनगर पुलिस ने मुख्य आरोपी स्वयं त्रिपाठी और डीजे संचालक देव प्रताप सिंह राठौर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। इसके बाद वायरल वीडियो के आधार पर अन्य आरोपियों को चिह्नित करते हुए वैभव, हिमांशु, जग्गू पासी और एक बाल अपचारी को पकड़ा था। इनमें से बाल अपचारी को सुधारगृह और शेष को जेल भेज दिया था। हालांकि, अभी तीन आरोपी धु्रव झाला, राज मेहता ओर तरुण गिरी अब तक फरार हैं। इनकी ही गिरफ्तारी के लिए मृतक के परिजनों ने प्रदर्शन किया था।
किसी और के साथ ऐसा ना हो…
मृतक जोगेंद्र सिंह गौड़ के भतीजे दीपक सिंह एवं अंकित सिंह का कहना है कि घटना को 21 दिन बीतने के बाद भी आरोपी धु्रव झाला, राज मेहता और तरुण गिरी को पुलिस पकड़ नहीं सकी है, जबकि घटना के वायरल वीडियो में भी हाथ में चाकू लिए धु्रव झाला एक बुलेट पर बैठकर भागता दिखाई दे रहा है जिसका नंबर भी स्पष्ट दिखाई दे रहा है।
दीपक सिंह ने आरोप लगाया कि माधवनगर टीआई राकेश भारती से आरोपियों को जल्द पकडऩे को कहा तो उन्होंने हमारा ही मकान तोडऩे की धमकी दी। इस मामले में आवेदन देकर एसपी प्रदीप शर्मा से शिकायत की है। ऐसी घटना फिर किसी और के साथ ना दोहराई जाए इसलिए मृतक के परिजनों ने सीएम डॉ. मोहन यादव से भी न्याय की गुहार लगाई है।
फरार आरोपियों की तलाश की जा रही है। 7-8 माह पूर्व भी इनका विवाद हुआ था। पुलिस कभी भी मकान तोडऩे का नहीं कहती, वह किस आधार पर ऐसा कह रहे हैं, पता नहीं। – राकेश भारती, टीआई, थाना माधवनगर