नई कारों को अपनी कंपनी में अटैच करने का झांसा देकर 17 कार रख दी गिरवी

घर पर ताला लगाकर फरार हुआ बदमाश, पुलिस कर रही तलाश
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उज्जैन। एक व्यक्ति ने कंपनी बनाई और स्वयं को प्रोप्रायटर बताकर नई कारों को कंपनी में अटैच कर लिया। कार मालिकों को प्रतिमाह रुपए देने का झांसा दिया। एक दो माह रुपए भी दिए और बाद में रुपए देना बंद कर दिया। 17 लोग उसकी शिकायत लेकर नानाखेड़ा थाने पहुंचे। पुलिस केस दर्ज करने के बाद उसकी तलाश कर रही है।
टीआई नरेंद्र यादव ने बताया कि जगदीश परमार पिता नंदकिशोर परमार निवासी कालिदास मार्ग के खिलाफ 17 लोगों ने शिकायती आवेदन दिया। जिसमें उल्लेख था कि जगदीश ने नई कारों को उसकी टीएनजी कंपनी में अटैच कर 25-30 हजार रुपए प्रतिमाह देने की बात कही थी।
इसकी स्टांप पर लिखा पढ़ी हुई जिसमें जगदीश ने अपनी कंपनी का नाम लिखा व स्वयं को प्रोप्रायटर बताया है। एक दो माह तक उसने कार अटैच करने के बदले कार मालिकों को रुपए भी दिए और बाद में रुपए देना बंद कर दिया। शंका होने पर कार मालिकों ने उसकी तलाश शुरू की। घर पर ताला लगा मिला और मोबाइल भी बंद था। इस पर ठगाए लोग नानाखेड़ा थाने पहुंचे और जगदीश के खिलाफ धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज कराई।
दूसरे शहरों में गिरवी रखी कारें
जगदीश ने फर्जी कागजात के माध्यम से देवास, आगर, शाजापुर सहित अन्य शहरों में उक्त कारों को गिरवी रखकर बाजार से रुपए उठा लिए। खास बात यह कि कारों में लगा जीपीएस सिस्टम भी बंद कर दिया जिससे कारों की लोकेशन पता न चल पाए। टीआई यादव के मुताबिक जगदीश की तलाश के साथ ही कारों को रिकवर करने के प्रयास किए जा रहे हैं।