अमरनाथ यात्रा… कश्मीर में आतंकी हमले के बाद भी पंजीयन के लिए श्रद्धालुओं का जोश हाई
3 जुलाई से होगी पवित्र अमरनाथ यात्रा की शुरुआत
865 लोगों ने अब तक करवाया पंजीयन
अक्षरविश्व न्यूज उज्जैन। कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को हुए आतंकी हमले के बाद ३ जुलाई से शुरू हो रही अमरनाथ यात्रा के पंजीयन पर कोई फर्क नहीं पड़ा। यात्रा पर जाने के लिए लोगों का जोश हाई है। उनका कहना है कि कायरों की तरह मासूम पर्यटकों पर किए हमले हमें डरा नहीं सकते। हमें केंद्र सरकार और सेना पर पूरा भरोसा है। बहरहाल, 14 अप्रैल से रजिस्ट्रेशन की शुरुआत हो चुकी है। बुधवार तक 865 शहरवासियों ने यात्रा पर जाने के लिए पंजीयन करवाया है। बुधवार को सुबह से पोर्टल डाउन होने से पंजीयन के लिए पहुंचे कुछ लोग जानकारी लेकर लौट गए। पीएनबी की कंठाल शाखा के मैनेजर ऋतुराज राणा ने बताया कि पोर्टल की दिक्कत से दिनभर में करीब १५ रजिस्ट्रेशन हुए। पंजीयन का समय सुबह 10 से दोपहर 2 बजे तक है।
दरअसल, हर साल सावन माह में अमरनाथ यात्रा की शुरुआत होती है और सावन पूर्णिमा तिथि पर इसका समापन होता है। इस साल अमरनाथ यात्रा की शुरुआत 3 जुलाई से होगी जो 9 अगस्त तक चलेगी। अब तक शहर से ८६५ लोगों ने रजिस्ट्रेशन करवाया है। इसमें बसंत विहार में रहने वाले कुलदीप व्यास भी शामिल हैं। कुलदीप तीसरी बार यात्रा पर जा रहे हैं। उनके ग्रुप में उनके ६८ वर्षीय पिता गिरधारीलाल व्यास के अलावा ६५ वर्षीय भगवान उपाध्याय, विशाल चौरसिया, जितेंद्र राठौर, हेमंत जोशी सहित १७ लोग शामिल हैं जो जुलाई माह में पवित्र अमरनाथ यात्रा के लिए रवाना होंगे।
ऐसे कर सकते हैं पंजीयन
यात्रा पर जाने के इच्छुक ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन shriamarnathjishrine.com और jksasb.nic.in पर कर सकते हैं। सभी डॉक्यूमेंट्स की डिजिटल कॉपी अपलोड करना होगी। यात्रा का स्लॉट भी पहले से बुक कर सकते हैं। ऑफलाइन पंजीयन के लिए कोतवाली थाने के सामने स्थित पंजाब नेशनल बैंक की कंठाल शाखा में जाकर संपर्क कर सकते हैं। इसके लिए सुबह 10 से दोपहर 2 बजे तक का टाइम निर्धारित किया गया है।
यह डॉक्यूमेंट्स लगेंगे
आधार कार्ड, पासपोर्ट, वोटर आईडी, ड्राइविंग लाइसेंस में से कोई एक और पासपोर्ट साइज की फोटो। सभी आयु वर्ग के लोगों का अधिकृत डॉक्टर द्वारा सत्यापित हेल्थ सर्टिफिकेट। ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के समय यह पीडीएफ फॉर्मेट में अपलोड होगा।
यह बोले श्रद्धालु
यात्रा को लेकर हमारे मन में कोई संदेह नहीं है। उसी तरह का उत्साह है जो हमेशा होता है। हमें केंद्र सरकार और सेना पर भरोसा है कि वह हर हालात से निपट सकते हैं। पूरे आस्था और जोश के साथ यात्रा पर जाएंगे।
– नितिन सेन, शिप्रा एवेन्यू
आतंकियों की बौखलाहट है और कुछ नहीं। सब कुछ भगवान भोलेनाथ की इच्छा पर निर्भर है, वो जिसको बुलाएंगे वह पहुंच ही जाएगी। हम सनातनी है, यदि इस तरह की कायराना हरकतों से डरने लगे तो यह दहशतगर्दों की जीत होगी।
– कुलदीप व्यास, बसंत विहार
वर्ष 2015 से लगातार यात्रा पर जा रहा है। इस बार यह मेरी ११वीं यात्रा है। पहलगाम में हुई ऐसी कायरतापूर्ण घटनाओं से डर किस चीज का। सनातन कभी खत्म नहीं होगा और ना ही यह पवित्र यात्रा कभी रुकेगी। पूरे उत्साह से यात्रा पर जाएंगे।
– हेमंत जोशी, ऋषिनगर