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उत्तराखंड में भारी बारिश, चारधाम यात्रा रोकी गई

मानसून आने के बाद पर्वतीय कई इलाकों में लगातार हो रही बारिश से परेशानियां बढ़ती जा रही हैं. उत्तराखंड में मौसम विभाग ने 1 जुलाई तक प्रदेश के लिए रेड अलर्ट जारी किया है. प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया है और यह सिलसिला लगातार चलने की बात कही जा रही है.

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सभी जिलों में आपदा प्रबंधन विभाग को निगरानी के आदेश दिए हैं. राज्य में भारी बारिश के बीच चार धाम यात्रा को अगले 24 घंटों के लिए स्थगित कर दिया गया है. चार धाम यात्रा रोकने के पीछे कारण भारी बारिश और लैंड स्लाइड है. सीएम धामी ने भी चार धाम यात्रियों से अपील की है. चार धाम यात्रा के रुकने से कई यात्री बीच में ही फंस गए हैं.

 

उत्तराखंड के पहाड़ी और कुछ मैदानी इलाकों में अगले 24 घंटे में भारी बारिश की संभावना जताई गई है. लिहाजा, चार धाम यात्रा को अगले 24 घंटों के लिए स्थगित कर दिया गया है.  पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों को हरिद्वार, ऋषिकेश, श्रीनगर, रुद्रप्रयाग, सोनप्रयाग और विकासनगर में तीर्थयात्रियों को रोकने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं. मौसम विभाग की ओर से अगले 24 घंटे में भारी से बहुत भारी वर्षा की बात कही जा रही है। इस दौरान खराब मौसम यानी आकाशीय बिजली गिरने और लैंडस्लाइड के खतरे का अनुमान है

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उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के बड़कोट तहसील के सिलाई बैण्ड इलाके में भीषण अतिवृष्टि और बादल फटने की घटना सामने आई है. बादल फटने से मची भारी तबाही मची हुई है. 8 से 9 मजदूर लापता  बताए जा रहे हैं. घटना के बाद SDRF, पुलिस और राजस्व विभाग की टीमें मौके पर पहुंच गई हैं और बचाव एंव राहत कार्यों में जुट गई है. 

यमुनोत्री मार्ग भी प्रभावित हुआ है. यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग सिलाई बैण्ड के पास दो-तीन स्थान बंद है. बताया जा रहा है कि लापता मजदूर वहां पर टेंट लगाकर रह रहे थे और मार्ग का काम कर रहे थे. इसके अलावा, कुथनौर क्षेत्र में भी बादल फटने और भारी वर्षा के कारण स्थानीय ग्रामीणों की कृषि भूमि को नुकसान पहुंचा है.

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