सावन के पहले सोमवार का शुभ मुहूर्त व पूजा विधि

सावन का महीना भोलेनाथ की पूजा-अर्चना के लिए समर्पित है. माना जाता है इस दौरान भगवान शिव धरती लोक पर निवास करते हैं. ऐसे में भक्तों द्वारा की गई प्रार्थनाओं का शीघ्र फल मिलता है. यही कारण है भोले के भक्त हर सावन के सोमवार का व्रत रखते हैं और विधि-विधान से इनकी पूजा-अर्चना करते हैं. इस साल श्रावण मास 11 जुलाई से 9 अगस्त तक रहेगा. पहला सोमवार का व्रत 14 जुलाई को रखा जाएगा. ऐसे में आइए जानते हैं सावन के पहले सोमवार की पूजा कैसे करेंगे और शु मुहूर्त क्या होगा.

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पहला सावन सोमवार पूजा मुहूर्त 2025

ब्रह्म मुहूर्त: सुबह 4:16 से 5:04 बजे तक रहेगा

अभिजित मुहूर्त दोपहर 11:59 बजे से 12:55 बजे तक रहेगा

अमृत काल- रात 11:21 बजे से 12:55 बजे तक, जुलाई 15 रहेगा.

पूजा का सबसे अच्छा समय – दोपहर 11:38 बजे से 12:32 बजे तक रहेगा.

सावन पहला सोमवार पूजा विधि –

इस दिन आप ब्रह्म मुहूर्त में उठकर निमित्त क्रिया के बाद स्नान करें. इसके बाद स्वच्छ वस्त्र धारण करें.

अब आप पूजा स्थान को गंगाजल छिड़कर पवित्र कर लीजिए. इसके बाद ईशान कोण में एक वेदी बनाएं.

फिर उसमें भगवान शिव की प्रतिमा या शिवलिंग विराजमान करें.अब आप गंगा जल और पंचामृत से भोलेनाथ का अभिषेक करिए.

अब आप शिवलिंग को बेलपत्र, फूल और सफेद चंदन के लेप से सजाएं. फिर आर ‘ॐ नमः शिवाय’ का जाप करें या महामृत्युंजय मंत्र का 108 बार भी जाप कर सकते हैं.

वहीं, जो लोग व्रत हैं, वो सोमवार व्रत कथा भी पढ़ सकते हैं. अंत में आप भगवान से पूजा में हुई गलती के लिए क्षमायाचना करिए.

सावन सोमवार का आप व्रत हों या न सात्विक भोजन ही करें. तामसिक भोजन न करें. साथ ही आप किसी के साथ गलत व्यवहार न करें.

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