पानी की जद्दोजहद… जेसीबी पोकलेन बंद, चलने लगे फावड़े

नर्मदा लाइन का टी कनेक्शन करने में लग सकता समय, लाइन डालने का काम कल तक संभव
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अक्षरविश्व न्यूज उज्जैन। गंभीर डेम में पानी तेजी से सूखने के बाद पीएचई ने चैनल कटिंग से पानी लाने की जद्दोजहद शुरू कर दी है। नगर निगम प्रशासन ने जेसीबी और पोकलेन बंद कर फावड़े से चैनल कटिंग का काम शुरू कर दिया है। इसके लिए मजदूरों को डेम में उतारा गया है। दूसरी ओर नर्मदा का पानी डेम तक सीधे लाने के लिए भूखीमाता चौराहे पर लाइन डालने का काम कल तक पूरा होने की संभावना है जबकि टी कनेक्शन करने में वक्त लग सकता है।
पीएचई ने अब असलाना गांव में गूंदीवाले डेम के पास कई मजदूरों को उतरकर फावड़े से मिट्टी खींचकर चैनल कटिंग का काम शुरू कर दिया है। इससे डेम में कुछ पानी बढऩे की संभावना है। इससे पहले बडऩगर रोड स्थित खड़ोतिया में ब्रिज के नीचे से ट्रेंच खोदकर पानी लाने की कोशिश की गई थी, लेकिन मिट्टी धंसने की समस्या के कारण पानी आगे नहीं बढ़ पा रहा था। इससे निगम प्रशासन की सांसें ऊपर नीचे हो रही थीं। आखिरकार जेसीबी और पोकलेन को अभी रोक दिया गया है। शाम तक या कल सुबह डेम में कुछ पानी आने की संभावना है। वर्तमान में गंभीर डेम में 140 एमसीएफटी पानी ही बचा है। इस कारण पेयजल का संकट उत्पन्न हो सकता है।
अक्षरविश्व ने किया था आगाह
जे सीबी और पोकलेन से चैनल कटिंग करने को कोशिश फेल होने की आशंका से अक्षरविश्व द्वारा आगाह किया गया। सोमवार के अंक में ही हमने बताया था कि जेसीबी से चैनल कटिंग फेल हो सकती है। इस पर निगम प्रशासन जागा और उसने ताबड़तोड़ जेसीबी रोककर मैनुअली काम शुरू कराया। यह काम पहले दिन से ही शुरू कर दिया जाता तो डेम में अब तक पानी भी आ चुका होता।
नर्मदा का पानी 10 दिन बाद आ सकेगा
नर्मदा का पानी गंभीर डेम में आठ दस दिन बाद आने की संभावना है, क्योंकि भूखीमाता मंदिर चौराहा से लालपुल तक डाली गई नई लाइन का टी कनेक्शन करने में वक्त लगेगा। टी कनेक्शन के बाद ही नर्मदा नदी का पानी गंभीर डेम तक आ सकेगा।