प्रयागराज की तर्ज पर उज्जैन सिंहस्थ महाकुंभ में लगेंगे वाटर एटीएम

स्मार्ट सिटी ने शुरू की तैयारी, डिजाइन आइडिया के लिए लगाया टेंडर
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अक्षरविश्व न्यूज उज्जैन। दो साल बाद उज्जैन में आयोजित होने वाले विश्व के बड़े धार्मिक आयोजन सिंहस्थ 2028 में आने वाले श्रद्धालुओं को इस बार प्रयागराज की तर्ज पर वाटर एटीएम से पीने का पानी उपलब्ध कराया जाएगा। स्मार्ट सिटी ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है। फिलहाल कंपनियों से डिजाइन आइडिया के टेंडर बुलाए गए हैं।
सिंहस्थ 2028 में इस बार 30 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। इसके चलते मध्यप्रदेश सरकार ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। सिंहस्थ के दौरान गर्मी का मौसम रहेगा, इस कारण लोगों को पीने के पानी की समस्या न हो, इस पर अभी से फोकस कर लिया गया है। वाटर एटीएम लगने से श्रद्धालु आसानी से ठंडा और शुद्ध पानी पी सकेंगे। प्रयागराज में 200 से अधिक वाटर एटीएम लगाए गए थे। इससे लोगों को पीने के पानी की समस्या से जूझना नहीं पड़ा था।
सिंहस्थ की तैयारी के लिए सरकार द्वारा प्रशासनिक अधिकारियों को प्रयागराज की व्यवस्थाओं के अध्ययन के लिए भेजा गया था। इसके बाद सरकार ने तय किया है कि सिंहस्थ कुंभ के दौरान भी पूरे मेला क्षेत्र में अस्थाई वाटर एटीएम लगाए जाएंगे। अभी इनकी संख्या तय नहीं की गई है, लेकिन अनुमान है कि 200 से ज्यादा एटीएम लगाए जा सकते हैं। स्मार्ट सिटी ने वाटर एटीएम की डिजाइन के लिए इच्छुक कंपनियों से टेंडर बुलाए हैं। 25 सितंबर तक ये टेंडर लगाए जा सकते हैं। इसके बाद एटीएम लगाने की तैयारी की जाएगी।
क्या है वाटर एटीएम
वाटर एटीएम या वेंडिंग मशीन, पारंपरिक एटीएम की तरह ही काम करती है, बस नकदी की जगह पानी निकालती है।
यह रिवर्स ऑस्मोसिस (क्रह्र) तकनीक का उपयोग करके पानी को शुद्ध करती है और लोगों को पीने के लिए सुरक्षित पानी प्रदान करती है।
यह चौबीसों घंटे उपलब्ध रहती है, जिससे लोगों को कभी भी सुरक्षित पेयजल मिल सकता है।
ये हैं फायदे
लोगों को जल जनित बीमारियों से बचाने में मदद करता है।
कम लागत पर अपनी जरूरत के अनुसार लोग पानी खरीद सकते हैं।
इससे प्लास्टिक बोतलों पर निर्भरता कम होती है, जिससे प्लास्टिक कचरा घटता है।
दूर से पानी लाने या उबालने की जरूरत को कम करके प्राकृतिक संसाधनों को बचाने में मदद करता है।