Advertisement

मां गजलक्ष्मी का पांच हजार लीटर दूध से किया अभिषेक,40 लाख के नोटों से की मंदिर की सजावट

40 लाख के नोटों से की मंदिर की सजावट, 51 पंडित कर रहे 27 लाख मंत्रों का जाप

Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!

Advertisement

अक्षरविश्व न्यूज:उज्जैन। दीपावली महापर्व के अवसर पर उज्जैन के नई पेठ स्थित प्राचीन मां गज लक्ष्मी मंदिर को भव्य रूप से सजाया गया है। सोमवार सुबह यहां दुग्धाभिषेक किया गया। आज श्रद्धालु देर रात 2 बजे तक माता के दर्शन कर सकेंगे। रतलाम के महालक्ष्मी मंदिर की तर्ज पर, मंदिर के गर्भगृह को 40 लाख रुपये के नए नोटों से सजाया गया है। मंदिर सजाने के लिए श्रद्धालुओं ने यहाँ 50, 100, 200, और 500 के नोटों की माला बनाकर मां लक्ष्मी को अर्पित की है।

मंदिर में नोटों, ज्वेलरी और आर्टिफिशयल फूलों से सजावट की गई है। इस कार्य के लिए मंदिर के 250 श्रद्धालुओं ने मिलकर नोटों को जमा किया है और 20 लोग दिन भर नोटों की लड़ी बनाने में जुटे हैं। पिछले वर्ष यह सजावट 21 लाख रुपये तक के नोटों से की गई थी।
सोमवार सुबह ७ बजे से मां महालक्ष्मी का पांच हजार लीटर दूध से अभिषेक किया गया।

Advertisement

सुबह दुग्धाभिषेक के बाद दोपहर 12 बजे अभिजीत मुहूर्त में मां लक्ष्मी की आरती की गई। इसके बाद शाम 4 बजे से रात 2 बजे तक 56 भोग लगाया जाएगा।इसके पहले धनतेरस पर 21०० लीटर दूध से अभिषेक किया गया था। जिसे बाद में खीर बनाकर श्रद्धालुओं को वितरित किया गया।

महालक्ष्मी बीज मंत्र का चल रहा जाप: धनतेरस से लेकर दीपावली के दिन तक मंदिर में 51 पंडित लगातार महालक्ष्मी बीज मंत्र के 27 लाख मंत्रों का जाप कर रहे हैं।

Advertisement

सम्राट विक्रमादित्य की राज लक्ष्मी मंदिर के पुजारी अनिमेष शर्मा ने बताया कि नईपेठ स्थित माता गज लक्ष्मी उज्जैन के सम्राट विक्रमादित्य की राज लक्ष्मी मानी जाती हैं। माता गज लक्ष्मी की प्रतिमा एक ही पाषाण पर निर्मित स्फटिक से बनी दो हजार साल पुरानी है। माता लक्ष्मी ऐरावत हाथी पर सवार होकर पद्मासन मुद्रा में विराजमान हैं। मंदिर में मां गज लक्ष्मी के साथ ही भगवान विष्णु के 24 अवतारों वाली काले पाषाण पर निर्मित दुर्लभ प्रतिमा भी मौजूद है।

Related Articles