सेवाधाम आश्रम से देर रात तीन नाबालिग भागे

डायल 112 और जीआरपी को दी सूचना, आश्रम संस्थापक बोले- चकाचौंध से प्रभावित होकर भागे
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उज्जैन। अंबोदिया स्थित सेवाधाम आश्रम से शुक्रवार-शनिवार की दरमियानी रात चाबी चुराकर तीन नाबालिग भाग निकले। इससे आश्रम में हडक़ंप मच गया। काफी तलाशने के बाद भी जब उनका पता नहीं चला तो डायल 112 पर सूचना दी गई जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची। मामले में जीआरपी को भी सूचना दी गई है।
आश्रम संस्थापक सुधीरभाई गोयल ने बताया कि शुक्रवार-शनिवार की दरमियानी रात करीब 12.30 बजे तीनों ने गहरी नींद में सो रहे आश्रम के सदस्य बादल के पास से चाबी चुराई और उसके बाद ताला खोलकर भाग निकले। इसकी जानकारी लगते ही आश्रम में हडक़ंप मच गया। काफी तलाशने के बाद भी उनका कोई पता नहीं चला, इसके बाद सीसीटीवी कैमरे चैक किए तो उसमें तीनों बैग लेकर जाते नजर आए। इस संबंध में तत्काल डायल 112 को कॉल किया जिसके बाद पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे और जानकारी ली। तीनों नाबालिगों के संबंध में जीआरपी को भी जानकारी दी है। हालांकि, शनिवार सुबह 11 बजे तक आश्रम से भागे नाबालिगों के संबंध में कुछ पता नहीं चल सका था।
मानसिक कमजोर थे
सुधीर भाई गोयल ने बताया कि तीनों बच्चे जब आश्रम में लाए गए तब काफी छोटे थे और मानसिक रूप से कुछ हद तक कमजोर थे लेकिन समय के साथ उनका बेहतर इलाज करवाया जिसके चलते उनकी स्थिति में सुधार हुआ और अब वह बाहरी दुनिया की चकाचौंध से प्रभावित हो गए हैं। मोबाइल चलाना, इंस्टाग्राम पर अकाउंट बनाना जैसे काम कर रहे हैं। इसी के चलते तीनों भागे हैं।
एक बच्चा पहले भी दो बार भाग चुका, दो को अपने साथ ले गया
गोयल ने बताया कि एक नाबालिग पहले भी दो बार भाग चुका है, वही अन्य दो बच्चों को अपने साथ ले गया। उसकी मां विक्षिप्त थी और बदनावर में भिक्षा मांगती थी। वर्ष 2013 में जब उसे आश्रम लाया गया तब उसकी उम्र 3 वर्ष थी, उसे यहां रहते हुए 12 साल हो चुके हैं। जो बच्चा इतने लंबे समय से साथ हो, वह चाबी चुराकर भाग निकलेगा, इसकी उम्मीद नहीं थी।









