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भाजपा पार्षद गब्बर भाटी और कांग्रेस पार्षद माया त्रिवेदी के बीच हॉट-टॉक

नगर निगम सम्मेलन में 14 प्रस्ताव मंजूर, हरियाखेड़ी पर गेंद शासन के पाले में

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अक्षरविश्व न्यूज उज्जैन। हरियाखेड़ी वाटर सप्लाई प्रोजेक्ट पर सार्थक बहस करते हुए नगरनिगम ने मंत्रिमंडल समिति को भेज दिया है। 14 बिंदुओं पर दो दिन तक चले विचार-विमर्श के दौरान भाजपा पार्षद गब्बर भाटी और कांग्रेस की माया-राजेश त्रिवेदी के बीच हॉटटॉक भी हुई। आखिर में माया त्रिवेदी ने माफी मांगकर मामले का पटाक्षेप कर दिया।

नगरनिगम परिषद ने 8 प्रस्तावों को तो गुरुवार को ही मंजूरी दे दी थी, बाकी के बचे छह प्रस्ताव पर शुक्रवार को चर्चा शुरू हुई। इसमें सबसे महत्वपूर्ण हरियाखेड़ी वाटर सप्लाई प्रोजेक्ट का प्रस्ताव था। एसएलटीसी ने प्रदेश के चार महानगरों के टेंडर का अवलोकन करने के बाद उज्जैन के इस प्रोजेक्ट के लिए 934 करोड़ की डीपीआर स्वीकृत की थी।

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हैदराबाद की एनसीसी कंपनी ने 21.94 फीसदी अबो पर काम करने की इच्छा जाहिर की थी। 673 करोड़ रुपए के ठेके पर 21.94 फीसदी अबो रेट पर भाजपा पार्षद शिवेंद्र तिवारी और कांग्रेस के नेता प्रतिपक्ष रवि राय , उपनेता गब्बर कुवाल, सपना सांखला और माया राजेश त्रिवेदी ने अपनी बात रखी। इनके मुताबिक यह रेट बहुत अधिक है, ऐसे में एसएलटीसी को ही निर्णय लेने के लिए अधिकृत किया गया। जैसे ही वहां से स्वीकृति आएगी, उज्जैन नगरनिगम टेंडर जारी कर देगा।

विषय परिवर्तन पर टोका तो त्रिवेदी हुई नाराज

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सदन में कचरा निष्पादन के लिए मद हासिल करने के प्रस्ताव पर चर्चा करते हुए कांग्रेस की माया त्रिवेदी विषय से भटक गईं। ऐसे में भाजपा पार्षद गब्बर भाई ने उन्हें टोका तो त्रिवेदी ने उन्हें चापलूस कह दिया। इससे हंगामा हो गया। भाटी के साथ भाजपा पार्षदों ने माया राजेश त्रिवेदी से माफी की मांग की, आखिर में त्रिवेदी ने माफी मांगी और मामला सुलझ गया।

विशेष सम्मेलन में सारे 14 प्रस्ताव स्वीकृत हो गए हैं। दो दिन तक सदन में सारे प्रस्तावों पर सार्थक चर्चा हुई है। हरियाखेड़ी वाटर सप्लाई प्रोजेक्ट सहित सभी प्रस्तावों को सर्वानुमति से मंजूरी दी गई है।
कलावती यादव, निगम अध्यक्ष

एसएलटीसी के फैसले मुताबिक हरियाखेड़ी वाटर सप्लाई प्रोजेक्ट को मंजूरी दी गई है। अब यह मसला शासन स्तर पर जाएगा और फिर आगे की कार्रवाई होगी।
अभिलाष मिश्रा
निगमायुक्त, उज्जैन

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