महाकाल मंदिर में अभिषेक के लिए कहां कटाए रसीद

काउंटर पर नहीं है अभिषेक रसीद कट्टे, पुरोहितों ने खोला मोर्चा
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उज्जैन। श्री महाकाल मंदिर में अभिषेक-पूजन के लिए मंदिर समिति ने व्यवस्था व दान राशि तय की है लेकिन अभिषेक के लिए रसीद बनवाने की व्यवस्था नहीं है। पुराने अभिषेक काउंटर पर सिर्फ दान राशि की रसीद कट रही है। इसके खिलाफ मंदिर के 22 पुरोहितों ने मोर्चा खोल लिया है।
महाकाल मंदिर में तरह-तरह के अभिषेक करने की व्यवस्था है और उनके रेट भी लंबे समय से तय हैं। जिनमें 100 से लेकर 15000 रुपए तक के अभिषेक पूजन शामिल हैं। ये सामान्य पूजन से लेकर लघु रुद्र व महारुद्र तक पूजन-अभिषेक हैं। इन अभिषेक से होने वाली आय का एक बड़ा हिस्सा पुरोहितों को मिलता है। पहले मंदिर मेें गेट नंबर 4, मंदिर परिसर, सभा मण्डप और नंदी हाल में अभिषेक काउंटर बने थे।
जहां पुरोहित तुरंत अभिषेक की रसीद बनवा लेते थे। लेकिन पिछले कुछ बरसों से चल रहे तरह-तरह के निर्माण कार्यों के कारण अभिषेक काउंटर हट गए। काम पूरा हुआ तो वहां अभिषेक की जगह दान काउंटर लग गए। ऐसे में अब अभिषेक काउंटर सुविधाजनक स्थान जैसे मंदिर परिसर, गेट नंबर 4 या सभा मण्डप के आसपास बचे ही नहीं है। इस कारण दर्शनार्थी भी अब अभिषेक की जगह दान राशि की रसीदें बनवा रहे हैं।
सभी पुरोहितों को नहीं मिल रहा काम: अभिषेक रसीद में रोटेशन मुताबिक पूजन कराने वाले पुरोहित का नाम तय रहता था। इस कारण सभी पुरोहितों को बराबर काम मिलता था। अब रसीद नहीं कटने के कारण कई पुरोहित अभिषेक नहीं करा पा रहे हैं, जबकि कुछ पुरोहित मंदिर के बाहर जगह-जगह अपने लोगों को लगाकर दर्शनार्थियों को अभिषेक के लिए तैयार कर रहे हैं।
22 पुरोहितों ने उठाई मांग
महाकाल मंदिर पुरोहित समिति अध्यक्ष पं. लोकेंद्र व्यास ने बताया कि करीब 20 दिन पहले वे मंदिर समिति अध्यक्ष (कलेक्टर) व प्रशासक को अपना मांग पत्र दे चुके हैं। जिसमें अभिषेक पूजन के कट्टे सभी काउंटर पर रखने के साथ ही सभा मण्डप में पहले की तरह उनके तखत लगाने की मांग भी की गई है। ताकि मंदिर में उनकी बैठक व्यवस्था तय हो सके। इन मांगों को लेकर पुरोहितों ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मिलने का मन भी बनाया है।









