मौत से पहले 6 दिन से लापता थी युवती ना चाचा को जानकारी थी, ना मामा को

टीआई बोले- मामला संदेहास्पद, जांच कर रहे
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उज्जैन। उज्जैन जिले की बडऩगर तहसील में चामला नदी से कूदकर जान देने वाले प्रेमी जोड़े की कहानी पर रोज नए राज से पर्दा उठ रहा है। जांच में पुलिस को पता चला कि मौत को गले लगाने से पहले ६ दिनों युवती लापता था। इसके बारे में ना तो चाचा को पता था और ना ही मामा को। पुलिस मौत के कारणों का पता लगाने के साथ अब यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि वह इन छह दिनों में कहां थी।
दरअसल, ३० नवंबर की रात चामला नदी पर ब्रिज से वारिस उर्फ फरदीन पिता इस्लामुद्दीन खान (22) निवासी वीर गोदानाथ और काली पिता भेरूलाल डिंडोर (18) निवासी बागडिय़ा फलिया, थांदला (झाबुआ) ने छलांग लगाकर जान दे दी थी। पुलिस को ब्रिज से मृतक की बाइक, मोबाइल और युवती की चप्पल मिली थी।
दोनों ने किन कारणों से मौत को गले लगाया था, इसकी जांच के बीच पुलिस को भी हर दिन चौंकाने वाले तथ्य सामने आ रहे हैं। बडऩगर टीआई अशोक कुमार पाटीदार ने बताया कि जांच में पता चला कि मृतका काली घटना के छह दिन पहले से लापता था। इस संबंध में ना तो उसके चाचा को पता था और ना ही मामा को। इस दौरान उन्होंने यह भी जानने की कोशिश नहीं की कि काली कहां है और ना ही पुलिस को इसकी सूचना दी इसलिए मामला संदिग्ध लग रहा है।
बयान में भी बोले- हमें नहीं पता
टीआई पाटीदार ने बताया कि बयान में भी चाचा और मामा ने भी यही कहा कि वह ६ दिन से कहां थी, इसके बारे में कुछ नहीं पता। इसकी गुमशुदगी पुलिस को क्यों दर्ज नहीं करवाने के सवाल पर भी परिजन खामोश रहे। अब पुलिस अपने स्तर पर ही सच की तलाश में जुटी है। उम्मीद है कि दोनों की मौत के सही कारणों और उठ रहे सवालों का जवाब जल्द मिल जाएगा।









