मौत की डोर का फिर खूनी खेल छात्र का गला चीरा, 10 टांके आए

प्रशासन और पुलिस सख्ती के बाद भी नहीं हो पा रहा नियत्रंण
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अक्षरविश्व न्यूज|उज्जैन। प्रशासन और पुलिस की सख्त हिदायत और प्रतिबंध के बाद भी शहर में खूनी चाइना डोर पतंगबाजों की पसंद बनी हुई है। शनिवार दोपहर एक बार फिर इस जानलेवा धागे ने एक छात्र का गला चीर दिया। घायल छात्र को गंभीर हालत में अस्पताल भर्ती कराया गया है, जहां उसके गले पर 10 टांके आए हैं।

इस बार हादसा किसी पुल पर नहीं बल्कि हाइवे पर हुआ है। झारड़ा क्षेत्र के ग्राम पिपलिया घूमा निवासी योगेश पिता ईश्वरसिंह आंजना शनिवार को परीक्षा देकर दोस्त मनीष के साथ बाइक से गांव लौट रहा था। रास्ते में खिलचीपुर नाला नाका नंबर ३ के पास उसके गले में डोर फंस गई। बाइक जब तक योगेश बाइक रोकता, डोर ने उसका गला गहरे तक चीर दिया। लहूलुहान योगेश को तत्काल चरक अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसकी जान तो बचा ली लेकिन घाव गहरा होने के कारण 10 टांके लगाने पड़े। घायल योगेश विक्रम यूनिवर्सिटी में एग्रीकल्चर द्वितीय वर्ष का छात्र है, शनिवार को उसकी थर्ड सेमेस्टर की परीक्षा थी।
प्रतिबंध के बावजूद पतंगबाजों की पसंद
चायनीज डोर के खिलाफ पुलिस प्रशासन सख्त है। कलेक्टर ने उपयोग और खरीदने-बेचने पर सख्त पाबंदी लगा रखी है। पुलिस विभाग छत-छत पहुंचकर पतंगबाजों के मांझे जांच रहा है। चोरी-छिपे चायना डोर बेच रहे लोगों को भी पकड़ा जा रहा है फिर भी पतंगबाज कहीं न कहीं से चाइना डोर लाकर पतंग उड़ा रहे हैं और लोगों के जीवन से खिलवाड़ कर रहे हैं। पुलिस विभाग इस साल पिछले दो महीने में करीब एक दर्जन से अधिक युवकों के खिलाफ चायना डोर मिलने पर कार्रवाई कर चुका है।
चाइना डोर से अब तक हुए हादसे
2022 फरवरी में छात्रा नेहा आंजना की मौत इसी डोर से जीरो पाइंट ब्रिज पर हुई थी। डोर गले में ऐसी फंसी की एक्टिवा पर जा रही छात्रा ने चंद मिनटों में ही मौके पर तड़प-तड़प कर जान दे दी।
०९ दिसंबर २५- गणेश नगर निवासी छात्र विपुल महिवाल का जीरो पाइंट ब्रिज पर चाइना डोर से गला कटा।
२७ नवंबर २५- हरिफाटक ब्रिज पर स्कूल सवार महिला चाइना डोर की चपेट में आकर स्कूटी से गिरकर घायल। इसी बीच चाइना डोर से शरीर में जगह-जगह चोट आ गई।
३० नवंबर २५- हरिफाटक ब्रिज पर एक्टिवा सवार महिला डोर में उलझकर घायल हुई। उसके हाथ जगह-जगह कट गए थे।
बचने के लिए सावधानी जरूरी
दोपहिया वाहन चालक सावधानी के तौर पर गले में मफलर डालकर चलें, खासकर शाम के वक्त पुलों से गुजरते हुए।
अगर शहरवासियों को कोई चाइना डोर से पतंग उड़ाते हुए मिले तो तुरंत पुलिस को सूचना दें।
कहां से आ रही है चायना डोर
उज्जैन में चाइना पर सख्त पाबंदी है। लेकिन पड़ोसी जिले जैसे देवास, शाजापुर आदि में शहरों में चाइना डोर आसानी से उपलब्ध हैं। इसके अलावा ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर भी चाइना डोर मिल रही है।
अभिभावकों को ध्यान रखना जरूरी
कानून अपना काम कर रहा है। चाइना डोर की जगह-जगह से धरपकड़ जारी है। अब अभिभावकों को जिम्मेदारी निभाना पडग़ी। उनके बच्चे किस डोर से पतंग उड़ा रहे हैं, निगरानी जरूर रखें। सुरक्षा के लिए यह जरूरी है। अगर बच्चे चाइना डोर से पतंग उड़ाते पाए जाते हैं तो पेरेंट्स पर भी कानूनी कार्रवाई होगी।-प्रदीप शर्मा, एसपी उज्जैन









