मरीज मौत मामले में फरार नशा मुक्ति केंद्र संचालक गिरफ्तार

पांच साथी पहले ही जा चुके हैं जेल
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अक्षरविश्व न्यूज उज्जैन। मंगलनाथ मार्ग स्थित नव मानस नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती युवक की संदिग्ध मौत के मामले में फरार चल रहे मुख्य आरोपी और केंद्र संचालक उमेश वैष्णव ने सोमवार दोपहर थाने पहुंचकर सरेंडर कर दिया। पुलिस ने उसे कोर्ट में पेश किया जहां से उसे जेल भेजने के आदेश हुए हैं। इस मामले में पांच साथी पहले पकड़े जा चुके हैं और वे भी जेल में हैं।

12-13 दिसंबर की रात केंद्र में भर्ती हरीश पिता ग्यारसीलाल निर्मल की तबीयत बिगडऩे पर उसे आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज ले जाया गया था, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक के शरीर पर चोट के निशान देखकर परिजनों ने हत्या का आरोप लगाया था। पुलिस ने जब पोस्टमार्टम कराया, तो सामने आया कि हरीश के साथ बेरहमी से मारपीट की गई थी, जिससे उसका लीवर डैमेज हो गया और यही उसकी मौत का मुख्य कारण बना।
इस रिपोर्ट के आधार पर जीवाजीगंज पुलिस ने संचालक सहित 6 लोगों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या (धारा 304) का मामला दर्ज किया था। मामले में पांच आरोपियों—महेंद्र चौधरी, सोनू उर्फ चंद्रशेखर, कपिल वर्मा, कमलेश राव और शुभम चौहान को पुलिस 19 दिसंबर को ही गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी थी। मुख्य आरोपी उमेश वैष्णव फरार था। सोमवार को उसने थाने में सरेंडर कर दिया, जिसके बाद पुलिस ने उसे न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।









