महाकाल मंदिर के सीन को हटवाने के लिए पुजारी कोर्ट जाएंगे
अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन ओएमजी-२ को सेंसर बोर्ड ने ‘ए’ सर्टिफिकेट दिया है। इसके बाद फिल्म से महाकाल मंदिर के सीन को हटवाने के लिए महाकाल मंदिर के पुजारी और साधु-संत फिल्म के खिलाफ कोर्ट जाने की तैयारी कर रहे हैं। उनका कहना है कि जो मूवी बच्चे नहीं देख सकते, उसमें महाकाल मंदिर के शॉट क्यों हैं?
बॉलीवुड एक्टर अक्षय कुमार की मूवी ओह माय गॉड-2 (ओएमजी-२) पर महाकालेश्वर मंदिर के पुजारियों ने आपत्ति जताई थी। सेंसर बोर्ड रिव्यू कमेटी ने भी फिल्म में कई शॉट्स पर आपत्ति जताते हुए ए सर्टिफिकेट दिया है। फिल्म का टीजर 11 जुलाई को रिलीज होने के बाद सेंसर बोर्ड ने फिल्म 11 अगस्त 2023 को सिनेमाघरों में रिलीज होनी थी। सेंसर बोर्ड ने रिलीज पर रोक लगा दी है।
बोर्ड ने फिल्म को रिव्यू कमेटी के पास भेजा था। सेंसर बोर्ड के एक्शन के बाद फिल्म को लेकर महाकाल मंदिर के पुजारी ने नाराजगी जताई थी। इसके बाद से ही महाकाल मंदिर के पुजारियों ने कहा था कि फिलम को ‘ए’ सर्टिफिकेट मिलता है तो इसमें से महाकाल मंदिर के सीन हटाने होंगे।
दृश्य नहीं हटाए जाएंगे, तब तक विरोध जारी रहेगा
महाकाल मंदिर के पुजारी और अखिल भारतीय पुजारी महासंघ के अध्यक्ष महेश पुजारी ने कहा कि इस फिल्म की शूटिंग महाकाल मंदिर में भी की गई है। जब तक मूवी से महाकाल मंदिर के दृश्य नहीं हटाए जाएंगे, तब तक विरोध जारी रहेगा। उन्होंने कहा, एक-दो दिन में फिल्म को बैन करने की मांग को लेकर कोर्ट में याचिका दायर की जाएगी। इसके लिए संबंधित वकील से भी बात हो चुकी है। फिल्म से महाकाल मंदिर के शॉट्स नहीं हटाए गए तो डायरेक्टर,केस दर्ज कराया जाएगा। फिल्म के लिए जिम्मेदारों को जल्द ही नोटिस दिए जाएंगे।
वहीं, संत अवधेश पुरी महाराज ने कहा, 18 साल से कम उम्र के लोग यह फिल्म नहीं देख सकते। सेंसर बोर्ड ने डायलॉग बदलने की बात कही है। कई कट लगाने की बात भी सामने आई है। महाकाल मंदिर के दृश्य हटाए बिना 11 अगस्त को फिल्म रिलीज हुई तो एफआईआर दर्ज कराई जाएगी।
सेंसर बोर्ड फिल्मों को सर्टिफिकेट देता है
सेंसर बोर्ड मूवी को रिलीज होने से पहले सर्टिफिकेट देता है, यह सर्टिफिकेट अलग-अलग वर्ग में आता है। ‘ए’सर्टिफिकेट: यह प्रमाण पत्र उन फिल्मों को दिया जाता है जो 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के मद्देनजर बनी होती हैं, इस प्रकार की फिल्में केवल 18 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्ति देख सकते हैं।
ऐसी फिल्में जिसमें में बहुत ही डरावने भयानक दृश्य,खूनी दृश्य, नग्नता, अनावश्यक या अवांछित दृश्य, अपमानजनक भाषा या अधिक असामान्य फंतासी दृश्य होते हैं,उन फिल्मों को ‘ए’सर्टिफिकेट दिया जाता है। ‘यू’ सर्टिफिकेट: यह सर्टिफिकेट उन फिल्मों को दिया जाता है जो कि यूनिवर्सल होती है जिसे हर उम्र के लोग देख सकते हैं।