बीती रात भी बड़ी फर्शी और मलबा गिरा,सुबह उसे हटा दिया
उज्जैन। महाकाल लोक बनने के बाद से महाकाल मंदिर आनेवाले हजारो श्रद्धालु प्रतिदिन महाकाल दर्शन के बाद गोपाल मंदिर,छत्रीचौक तक जरूर आते हैं। यह आवाजाही 24 घण्टे जारी रहती है। रात को राहजनों की संख्या कम हो जाती है लेकिन आना-जाना कम नहीं होता है।
बीती रात पटनी बाजार से गुदरी चौराहा के बीच स्थित एक जर्जर मकान(जिसे नगर निगम खतरनाक घोषित कर चुका है और नोटिस मिलने के बाद भी जिसे मकान मालिक द्वारा ढहाया नहीं जा रहा है) की मोटी फर्शी एवं मलबा धड़ाम की आवाज से सड़क पर आ गिरा। महाकाल की कृपा रही कि उस समय इस मलबे की चपेट में कोई राहजन नहीं आया।
तेज हवा से हिलने लगा था मकान
इस जर्जर मकान के समीप दुकान लगाने वाले मंगलम पात्र भण्डार के संचालक भूपेश गुप्ता ने अक्षरविश्व को बताया कि बीतीरात जो मलबा गिरा,उसे संबंधित ने तत्काल सड़क से हटा दिया,ताकि पता न चल पाए? उनके अनुसार 28 मई को जब तेज आंधी-तुफान आया था,उसमें यह जर्जर मकान हिलने लग गया था।
मकान मालिक को भी इसकी सूचना दी लेकिन उन्होने कोई ध्यान नहीं दिया। अब उनके मकान की छत पर मलबा गिर रहा है। भय के कारण वे अपनी दुकान आठ दिन से बंद किए हुए हैं। मकान मालिक अपने जर्जर मकान की ओर ध्यान ही नहीं दे रहे हैं।
मकान गिराने के निर्देश दिए हैं
निगमायुक्त रोशनकुमार सिंह ने चर्चा में कहाकि उनकी जानकारी में मामला आ गया है। उन्होने मकान गिराने के निर्देश दे दिए हैं। संबंधित मकान मालिक के खिलाफ भी नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। कभी भी यहां जान-माल की हानि हो सकती है। यह मार्ग पूरे समय चलायमान रहता है।