गूगल पर नंबर सर्च किया, ऑनलाइन ट्रांजेक्शन किया और बातों में फंस गया युवक
अक्षरविश्व न्यूज:उज्जैन। अधिकांश श्रद्धालु और पर्यटक उज्जैन आने से पहले यहां ठहरने, खाने, घूमने के लिए साधन आदि की जानकारी ऑनलाइन चैक करते हैं। शहर की अधिकांश होटल, धर्मशालाओं की फर्जी आईडी गूगल पर ठगों ने डाली है। लोग गूगल पर सर्च के दौरान इन्हीं आईडी, मोबाइल नंबरों के चक्कर में फंसकर हजारों रुपए गंवा रहे हैं। ऐसी ही घटना अहमदाबाद के युवक के साथ हुई। जिसकी शिकायत लेकर युवक महाकाल थाने पहुंचा।
अहमदाबाद निवासी प्रवीण पिता नटवरलाल ने बताया कि उसके पापा बिजनस करते हैं। वह भी उन्हीं के साथ काम करता है। उसके परिवार के 7 सदस्यों को 26-27 अप्रैल को उज्जैन दर्शन करने आना था। उनके उज्जैन में ठहरने आदि की व्यवस्था की तैयारी एक माह पहले से शुरू कर दी ताकि आखिरी समय में कोई परेशानी न हो।
प्रवीण ने बताया कि वह गूगल पर उज्जैन में ठहरने के लिए होटल सर्च कर रहा था। महाकालेश्वर मंदिर के पास भक्त निवास की डिटेल, मोबाइल नंबर आदि गूगल पर मिले। उक्त मोबाइल नंबर पर कॉल किया तो मुकेश गोयल नामक व्यक्ति ने बात की और स्वयं को भक्त निवास का ऑनर बताया। उसने 7 लोगों के दो दिन ठहरने के किराए आदि की जानकारी भी दी और ऑनलाइन रुपए जमा कर रूम बुक करने को कहा था।
रिफंड का झांसा देकर 4 बार रुपए डलवाए
प्रवीण ने बताया कि उसने रूम बुकिंग का किराया ऑनलाइन ट्रांसफर किया। उक्त रुपए विपिन नामक व्यक्ति के खाते में ट्रांसफर हुए। मुकेश गोयल ने कॉल किया और कहा आपका ट्रांजेक्शन फैल हो गया है। आपने जो रुपए डाले वह रिफंड हो जाएंगे। पुन: ट्रांजेक्शन करें। प्रवीण ने दूसरी बार रुपए डाले। ऐसे करते हुए 4 बार ट्रांजेक्शन के दौरान मुकेश, विपिन और पंकज महाराज ने प्रवीण से 1 लाख 40 हजार रुपए अपने अकाउंट में डलवाए लेकिन उसके रुपए रिफंड नहीं हुए।
हर बार बन जाता है नया अकाउंट
पुलिस ने बताया कि भक्त निवास के नाम पर अब तक हजारों लोग ऑनलाइन ठगी का शिकार हो चुके हैं। उज्जैन आने पर उन्हें जब भक्त निवास में कमरा नहीं मिलता तो वे शिकायत लेकर थाने आते हैं। पूर्व में गूगल पर बनी भक्त निवास की साइड, अकाउंट डिलीट भी करवाए थे लेकिर ऑनलाइन फ्रॉड करने वाले हर बार नया अकाउंट बनाकर लोगों से ठगी करने लगते हैं। फिलहाल प्रवीण का शिकायती आवेदन लिया है।